रुड़की: सिविल अस्पताल को एक अनोखा तोहफा मिला है। शहर के एक समाजसेवी ने अपने माता-पिता की स्मृति में ई-रिक्शा को एम्बुलेंस में बदलकर अस्पताल को भेंट किया। यह अनोखी पहल न सिर्फ पर्यावरण के लिए लाभकारी है, बल्कि गरीब और जरूरतमंद मरीजों के लिए बड़ी राहत साबित होगी।
अस्पताल परिसर में आयोजित सादे कार्यक्रम में यह ई-रिक्शा एम्बुलेंस अस्पताल प्रशासन को सौंपी गई। दानदाता ने कहा कि यह योगदान उन्होंने अपने माता-पिता की याद में किया है, ताकि अस्पताल आने-जाने में परेशान होने वाले गरीब मरीजों और उनके परिजनों को सुविधा मिल सके।
इस एम्बुलेंस को खास तौर पर इस तरह डिजाइन किया गया है कि मरीजों को आसानी से इमरजेंसी वार्ड से अन्य विभागों तक ले जाया जा सके। सबसे बड़ी बात यह है कि यह पेट्रोल-डीजल पर नहीं, बल्कि बैटरी से संचालित होगी और इसे चलाना बेहद आसान है।
सिविल अस्पताल के सीएमएस ए.के. मिश्रा ने इस पहल को सराहते हुए कहा कि यह एम्बुलेंस अस्पताल के लिए बेहद उपयोगी साबित होगी। इससे गरीब और असहाय मरीजों को राहत मिलेगी और समाज में एक सकारात्मक संदेश जाएगा।
अस्पताल प्रशासन ने इस नेक कार्य के लिए समाजसेवी का आभार जताया और उम्मीद व्यक्त की कि आगे भी ऐसी प्रेरणादायक पहलें सामने आती रहेंगी।