चमोली/भराड़ीसैंण – मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को विधानसभा भवन भराड़ीसैंण में भू-कानून को लेकर महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में भू-कानून के लिए बनाई गई समिति के सदस्य, पूर्व उच्चाधिकारियों और बुद्धिजीवियों ने भाग लिया। बैठक में भू-कानून के ड्राफ्ट पर विस्तृत चर्चा की गई और विभिन्न सुझावों पर विचार किया गया।
मुख्यमंत्री ने बैठक के दौरान कहा कि राज्य सरकार भू-कानून को लेकर अत्यंत गंभीर है और इस कानून को जनभावनाओं के अनुरूप बनाने के लिए कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में सख्त भू-कानून की आवश्यकता को महसूस किया गया है, जो स्थानीय लोगों के हितों की रक्षा करे और राज्य के विकास को भी ध्यान में रखे।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा, “हमने चर्चा के दौरान कई अच्छे सुझाव प्राप्त किए हैं, जिन्हें आगामी भू-कानून में शामिल किया जाएगा। इसके अलावा, एसडीएम और तहसीलदार स्तर पर भी जनता से सुझाव लिए जाएंगे और जो सुझाव उपयुक्त होंगे, उन्हें कानून में शामिल किया जाएगा।”
मुख्यमंत्री ने बताया कि एक सशक्त भू-कानून का ड्राफ्ट तैयार किया जा रहा है, जो स्थानीय लोगों की आवश्यकताओं, उनके अधिकारों और प्रदेश के विकास के पहलुओं को ध्यान में रखते हुए बनाया जाएगा।
**मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भू-कानून के महत्व पर जोर दिया**
उन्होंने कहा कि भू-कानून का उद्देश्य प्रदेश के प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण करना और बाहरी तत्वों से स्थानीय लोगों के भूमि अधिकारों की रक्षा करना है। इसके साथ ही, प्रदेश में होने वाले विकास कार्यों में स्थानीय लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करना भी इसका अहम उद्देश्य होगा।
इस बैठक में मौजूद अधिकारियों ने बताया कि भू-कानून का ड्राफ्ट तैयार करने के लिए व्यापक स्तर पर विचार-विमर्श किया जा रहा है और जनता की राय भी ली जाएगी, ताकि यह कानून राज्य की वास्तविक जरूरतों के अनुरूप हो।
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