
उत्तराखंड एसटीएफ द्वारा वन्यजीव अंगों की अवैध तस्करी के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के तहत बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। देहरादून के विकासनगर से दो वन्यजीव तस्करों को गिरफ़्तार किया गया है। उनके कब्जे से एक भालू पित्त (वजन 155 ग्राम) और जंगली जानवरों के 05 नाखून बरामद किए गए हैं।
STF ने देहरादून से दो तस्करों को किया गिरफ्तार
देशभर में वन्यजीव अंगों की अवैध तस्करी के बढ़ते मामलों को देखते हुए पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड, दीपम सेठ द्वारा एसटीएफ को विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए गए थे। इसी क्रम में एसएसपी एसटीएफ नवनीत सिंह भुल्लर ने अपनी टीमों को सभी तस्करों का रिकॉर्ड तैयार कर उनके विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई सुनिश्चित करने के स्पष्ट निर्देश दिए थे। इसी के तहत देहरादून में दो तस्कर गिरफ्तार किए गए हैं।
कब्जे से भालू के पित्त और कई नाखून बरामद
मिली जानकारी के मुताबिक विकासनगर क्षेत्र में यमुनोत्री मार्ग पर हतियारी गाँव से पहले एक मोटरसाइकिल पर संदिग्ध रूप से आते दो व्यक्तियों को रोका। पूछताछ के दौरान उनकी पहचान भगवान सिंह रावत, पुत्र सूरज सिंह और जितेंद्र सिंह पुंडीर, पुत्र स्व. गोविंद सिंह के रूप में हुई। दोनों ही विकासनगर के ही रहने वाले हैं। तलाशी में भगवान सिंह रावत के कब्जे से भालू का पित्त और जितेंद्र सिंह पुंडीर से जंगली जानवरों के पांच नाखून बरामद हुए।
वन्यजीव संरक्षण अधिनियम की अनुसूची-1 के अंतर्गत भालू पित्त एवं अन्य वन्यजीव अंगों का शिकार व व्यापार गंभीर दंडनीय अपराध है। दोनों आरोपियों के विरुद्ध थाना विकासनगर में वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।




