विज़न 2020 न्यूज: बीजेपी और महाराष्ट्र सरकार की सहयोगी शिवसेना ने एक बार फिर से केंद्र की मोदी सरकार को निशाने पर लिया है। मुखपत्र सामना के संपादकीय में इस दफा राज्यपालों की नियुक्तियों का मामला उठाया गया है। जहां एक ओर शिवसेना ने नए राज्यपालों को शुभकामनाएं भी दी हैं तो वहीं राजभवन का ‘ब्रांड’ बदला (राजभवनातील ‘ब्रॅण्ड’ बदलला) नामक शीर्षक वाले इस संपादकीय में लिखा है कि राजनीतिक विचारों के कबाड़खाने में पड़े लोगों की व्यवस्था करने के लिए राज्यपाल के पद का उपयोग किया जा रहा है। बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए के घटक दल शिवसेना ने शुक्रवार को सवाल किया कि केवल बीजेपी के पूर्व नेताओं को ही विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों का राज्यपाल और उपराज्यपाल क्यों बनाया जा रहा है? शिवसेना ने आरोप लगाया कि एनडीए में बीजेपी के सहयोगियों को इस मामले में नजरअंदाज किया जा रहा है। शिवसेना ने कहा कि ‘टीडीपी, अकाली दल और शिव सेना जैसे एनडीए के सहयोगी यह जिम्मेदारी उठाने के लिए तैयार हैं। इन सभी पार्टियों में कई अनुभवी और वरिष्ठ नेता हैं जो राज्यपाल पद की जिम्मेदारी निभा सकते हैं।