देहरादून – देश में काफी तेज गति से सोशल मीडिया पर एक्टिव यूजर्स की संख्या बढ़ रही है। इंस्टाग्राम और फेसबुक जैसे प्लेटफॉर्म का लोग जमकर इस्तेमाल कर रहे हैं। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर साइबर अपराध की घटनाओं में बी इजाफा हो रहा है। साइबर अपराध के नए तरीकों से अनजान लोगों को आसानी से ठगी के जाल में फंसाया जा सकता है। अगर आप इन प्लेटफॉर्म के जरिए शॉपिंग करते हैं, तो आपको सावधान रहने की जरूरत है। दरअसल, अक्सर लोग इन प्लेटफॉर्म के जरिए स्कैम के शिकार हो जाते हैं।
इंस्टाग्राम और फेसबुक पर ऐसे होता है स्कैम
इंस्टाग्राम और फेसबुक पर आमतौर पर ई-कॉमर्स कंपनियों के विज्ञापन नजर आते हैं। जो लोग इस तरह के विज्ञापन देखकर ई-कॉमर्स साइट्स से ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं वो तो ठीक है। मगर काफी लोग विज्ञापन देखकर वहीं से खरीदारी करने के लिए क्लिक कर देते हैं। ऐसे में काफी लोग स्कैम के शिकार हो जाते हैं, क्योंकि वह सामान खरीदकर उसकी पेमेंट भी कर देते हैं। हालांकि, अधिकतर मामलों में लोगों को प्रोडक्ट की डिलीवरी नहीं मिलती है और लोग बस इंतजार करते रहते हैं
यूजर जब विज्ञापन वाले नंबर पर फोन करते हैं तो वह नंबर बंद या स्विच ऑफ मिलता है। अगर किसी ने फोन उठा भी लिया तो सामान की डिलीवरी के बजाय कुछ उल्टा-सीधा बोलकर फोन बंद कर देते हैं। इसके बाद लोगों को समझ आता है कि उनके साथ स्कैम हो गया है। हालांकि, तब तक पैसों की लूट हो चुकी होती है।
ऑनलाइन स्कैम से बचाव के तरीके
इंस्टाग्राम और फेसबुक पर दिए गए विज्ञापन एकदम असली जैसे लगते हैं। ऐसे में आम लोगों आसानी से वेबसाइट असली है या नकली, इसकी पहचान नहीं कर पाते हैं। सोशल मीडिया के इन प्लेटफॉर्म से खरीदारी करने से पहले यह चेक कर लें कि उस पर स्पॉन्सर लिखा है या नहीं। अगर स्पॉन्सर नहीं लिखा है तो वह विज्ञापन या पोस्ट फर्जी हो सकती है। ऐसे में आपको सावधान रहने की जरूरत है।
ऐसे विज्ञापनों को चेक करने के लिए उनके कॉमेंट्स को चेक करें। अगर कमेंट सेक्शन में कोई अच्छा रिव्यू नहीं है तो आपको शॉपिंग करने से बचना चाहिए। स्कैम से बचने के लिए आप सामान को डिलीवर करने के लिए कैश ऑन डिलीवरी का विकल्प चुन सकते हैं। ऐसा करने से अगर कोई स्कैम होगा तो आपको आर्थिक नुकसान नहीं होगा।