विजन 2020 न्यूज: नन्ही परी के शुभ पांव घर में पड़े और वह शहीद पिता के लिए बन गई वरदान। दरअसल पठानकोट एयरबेस पर हुए हमले के दौरान शहीद हुए कमांडो गुरसेवक सिंह के लिए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने वीरता पुरस्कार की घोषणा की है। स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या को अपने भाषण में राष्ट्रपति ने यह ऐलान किया। आपको बता दें कि दो दिन पहले ही शहीद गुरुसेवक की पत्नी ने एक बेटी को जन्म दिया है और बेटी के जन्म के दो दिन बाद ही शहीद गुरुसेवक के लिए वीरता पुरस्कार की घोषणा की गई है। हरियाणा में अंबाला जिले के गांव गरनाला का बहादुर बेटा गुरसेवक सिंह इसी साल दो जनवरी को पठानकोट एयरबेस में हुए आतंकी हमले में शहीद हो गया था। 24 वर्षीय गुरसेवक की शादी शहादत से दो महीने पहले ही 18 नवंबर 2015 को कुराली के रणधीर सिंह की पुत्री जसप्रीत कौर से हुई थी। 8 महीने बाद 13 अगस्त को जसप्रीत ने बेटी को जन्म दिया और उसके दो दिन बाद ये घोषणा होने से गुरसेवक की पत्नी गौरवान्वित महसूस कर रही हैं।