लखनऊ : उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को राज्य के विभिन्न स्थानों के नामों में परिवर्तन की घोषणा की, जो भारतीय संस्कृति और विरासत के अनुरूप किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बदलाव का उद्देश्य जन भावना का सम्मान करना और महापुरुषों से प्रेरणा प्राप्त करना है, जो भारतीय संस्कृति और इसके संरक्षण में योगदान देने वाले रहे हैं।
मुख्यमंत्री की घोषणा के तहत हरिद्वार जनपद में स्थित औरंगजेबपुर का नाम बदलकर शिवाजी नगर, गाजीवाली का नाम आर्य नगर, चांदपुर का नाम ज्योतिबा फुले नगर, मोहम्मदपुर जट का नाम मोहनपुर जट, खानपुर कुर्सली का नाम अंबेडकर नगर, इंदरीशपुर का नाम नंदपुर, खानपुर का नाम श्री कृष्णपुर और अकबरपुर फाजलपुर का नाम विजयनगर किया गया है।
देहरादून जनपद में मियांवाला का नाम रामजी वाला, पीरवाला का नाम केसरी नगर, चांदपुर खुर्द का नाम पृथ्वीराज नगर और अब्दुल्ला नगर का नाम बदलकर दक्ष नगर रखा गया है। नैनीताल जनपद में नवाबी रोड का नाम अटल मार्ग और पनचक्की से आईटीआई मार्ग का नाम गुरु गोवलकर मार्ग किया गया है। उधम सिंह नगर में नगर पंचायत सुल्तानपुर पट्टी का नाम बदलकर कौशल्या पुरी रखा गया है।
मुख्यमंत्री की इस घोषणा पर समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने तंज करते हुए कहा, “उत्तराखंड का नाम भी अब ‘उत्तराखंड 2’ कर दीजिए।” अखिलेश यादव के इस बयान से राज्य में नाम परिवर्तन पर राजनीतिक बवाल तेज हो गया है, और इसे लेकर विपक्ष ने मुख्यमंत्री की योजनाओं पर सवाल उठाए हैं।
इस घोषणा के बाद राज्य में विभिन्न समुदायों और राजनीतिक दलों के बीच प्रतिक्रियाओं का दौर शुरू हो गया है। जहां कुछ लोग इस कदम का स्वागत कर रहे हैं, वहीं कई अन्य इसे राजनीतिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से आलोचनाओं का शिकार मान रहे हैं।