देहरादून – बीते दिन पुलिस लाइन में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा और यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा उत्तरांचल प्रेस क्लब के पत्रकारों के फाइनल मैच के दौरान अभद्रता और बदसलूकी का मामला सामने आया है। इस घटना से प्रदेश की राजनीति में हलचल मच गई है। कांग्रेस ने जहां एक ओर देहरादून में “नशा नहीं नौकरी दो” को लेकर सचिवालय घेराव किया, वहीं यूथ कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ता नशे की हालत में पाए गए। यह स्थिति उन कार्यकर्ताओं द्वारा उत्पन्न की गई थी, जो नशे के खिलाफ आंदोलन कर रहे थे।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने इस घटना पर सफाई देते हुए कहा कि उन्हें नहीं पता था कि पुलिस पत्रकारों के क्रिकेट फाइनल मैच को पुलिस लाइन में लेकर जाएगी। उन्होंने पूरी घटना को पुलिस की विफलता बताया और यह भी कहा कि यह कोई साजिश भी हो सकती है। अब सवाल यह उठता है कि क्या इस घटना में कोई साजिश है या यह पूरी घटना सुनियोजित तरीके से की गई थी।
वहीं, इस मामले में पत्रकारों ने कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा को एक पत्र लिखकर पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। यह देखना अब महत्वपूर्ण होगा कि कुमारी शैलजा इस मामले में क्या कदम उठाती हैं।
वहीँ बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने इस घटना पर तीव्र प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने पत्रकारों के साथ हुए हमले और अभद्रता को लोकतंत्र के लिए खतरनाक बताया। महेंद्र भट्ट ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए इस हमले से यह साबित हो गया है कि कांग्रेस अब लोकतंत्र के स्तंभों को भी निशाना बना रही है। भट्ट ने कहा कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए।
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