विजन 2020 न्यूज: अगर आप एंड्रॉयड फोन इस्तेमाल करते हैं तो आप इस खबर को जरुर पढ़िए। अमरीकी कंपनी क्वॉलकॉम के बनाए चिपसेट्स पर चल रहे सॉफ्टवेयर की जांच के दौरान पता चला है कि करोड़ों एंड्रॉयड फ़ोन का डेटा हैकरों के हाथ पड़ने का ख़तरा पैदा हो गया है। सॉफ़्टवेयर में इन बग्स की खोज चेकप्वाइंट के शोधकर्ताओं ने इस ख़तरे का पता लगाया है। कंपनी के मुताबिक करीब 90 करोड़ फ़ोन में क्वॉलकॉम के प्रोसेसर का इस्तेमाल हो रहा है। हालांकि अभी तक इस बात के कोई प्रमाण नहीं मिले हैं कि साइबर चोर इसका फ़ायदा उठा सके। लेकिन चेकप्वाइंट से जुड़े अधिकारी माइकल शाउलव कहते हैं, “मुझे पूरा यकीन है कि आने वाले तीन-चार महीनों में साइबर चोर इन ख़ामियों का फ़ायदा उठाने लगेंगे।”जो मोबाइल फ़ोन इससे प्रभावित हो सकते हैं वो हैं: ब्लैकबेरी प्रीव और डीटेक 50, ब्लैकफ़ोन 1 और ब्लैकफ़ोन 2, गूगल नेक्सस 5 एक्स, नेक्सस 6 और नेक्सस 6पी, एचटीसी वन, एचटीसी एम 9 और एचटीसी 10, एलजी जी4, एलजी जी5 और एलजी वी10, मोटोरोला का न्यू मोटो एक्स, वनप्लस वन, वनप्लस 2 और वनप्लस 3, सैमसंग गैलेक्सी एस7 और सैमसंग एस7 ऐज (अमरीकी वर्जन) सैमसंग एस7ऐज, सोनी एक्सपीरिया ज़ेड अल्ट्रा ये गड़बड़ियां फ़ोन में ग्राफ़िक्स से जुड़े सॉफ़्टवेयर और फ़ोन के अंदर की प्रक्रियाओं के बीच का कम्यूनिकेशन चलाने वाले कोड में पाई गईं।