देहरादून : बीते रोज विधानसभा सत्र में वित्त मंत्री डॉ. प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा दिए गए बयान पर विवाद उठने के बाद उन्होंने सदन के भीतर खेद व्यक्त किया है। मंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में रहने वाले सभी लोग उनके परिवार के सदस्य हैं और अगर उनके बयान से किसी की भावनाएं आहत हुई हैं, तो इसके लिए उन्हें खेद है।
डॉ. प्रेमचंद अग्रवाल ने स्पष्ट किया कि सदन में जो शब्द उन्होंने कहे थे, उन्हें गलत तरीके से प्रस्तुत किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि उनका उद्देश्य केवल यह था कि उत्तराखंड में देश के विभिन्न हिस्सों से लोग रहते हैं और हम सभी एक समान रूप से उत्तराखंड के हैं। मंत्री ने कहा, “उत्तराखंड हमारा है और यह हमारे हृदय में समाया हुआ है।”
उन्होंने आगे कहा कि उनके बयान में किसी प्रकार का भेदभाव या अपमान नहीं था और न ही उनका इरादा किसी के दिल को चोट पहुंचाने का था। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि यदि उनके शब्दों से किसी को पीड़ा पहुंची है, तो वह इसके लिए गहरी माफी चाहते हैं और हृदय से खेद व्यक्त करते हैं।
वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि वह सदन के भीतर अपनी बात को स्पष्ट करने के लिए तैयार हैं और उनका उद्देश्य किसी भी समुदाय या व्यक्ति की भावनाओं को आहत करना नहीं था। इस पर सफाई देते हुए उन्होंने कहा कि अनजाने में हुई इस गलती को लेकर वह पूरी तरह से जिम्मेदार हैं।