देहरादून – जिलाधिकारी सविन बंसल ने शहर में खराब स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत की जिम्मेदारी नगर निगम को सौंपने का निर्णय लिया है। यह कदम उनके संकल्प के अनुसार उठाया गया है, जिससे की खराब स्ट्रीट लाइटों के प्रति जन शिकायतों का समाधान किया जा सके।
एक ही शाम में ईईएसएल (एनर्जी एफिशिएंट सर्विसेज लिमिटेड) से यह कार्य वापस लेने का आदेश जारी कर दिया गया है, जबकि नई लाइट लगाने का कार्य फिलहाल दिसम्बर 2024 तक ईईएसएल के पास रहेगा। जिलाधिकारी के निर्देशानुसार, नगर निगम नई लाइट और उपकरणों का रेट कॉन्ट्रैक्ट भी करेगा।
इस निर्णय के पीछे का कारण यह है कि नगर निगम देहरादून क्षेत्र में लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि खराब स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत नहीं हो रही है। संबंधित कंपनी ने शिकायतों का समय पर समाधान नहीं किया, जिसके चलते 3-4 हजार शिकायतें बैकलॉग में आ गईं। अनुबंध के अनुसार, कंपनी को शिकायत मिलने के 48 घंटे के भीतर कार्रवाई करनी थी, लेकिन इसके बावजूद स्थिति में सुधार नहीं हुआ।
जिलाधिकारी बंसल ने कंपनी की कार्यप्रणाली को गंभीरता से लिया और कंपनी के CEO को तलब कर फटकार लगाई। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि यदि व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ, तो विधिक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि कंपनी का कॉल सेंटर और भुगतान सेल दिल्ली में स्थित होने के कारण कार्यों में पारदर्शिता की कमी आई, जिससे नगर निगम की छवि पर असर पड़ा।
डीएम ने निर्णय लिया कि खराब स्ट्रीट लाइटों की शिकायतों के बैकलॉग का शीघ्र निस्तारण किया जाएगा। नगर निगम ने 35 टीमों का गठन किया है, जो वार्ड में जाकर स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत का कार्य करेंगी। ये टीमें प्रत्येक दिन प्रातः नगर निगम परिसर में एकत्रित होंगी और कार्य के निष्पादन के बाद वापस आएंगी, जहां उनकी हाजिरी लगेगी।
इस निर्णय से उम्मीद की जा रही है कि शहर में स्ट्रीट लाइटों की स्थिति में सुधार होगा और आम जनता को बेहतर सुविधा मिलेगी।
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