पिथौरागढ़: उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के गंगोलीहाट क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं का हाल बेहद खराब है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) कंडारीछीना में न तो डॉक्टर हैं और न ही दवा मिल रही है। साल 2018 में तैनात डॉक्टर के इस्तीफे के बाद से अब तक कोई नया डॉक्टर नियुक्त नहीं किया गया है।
रिटायर हुआ एकमात्र कर्मचारी, अस्पताल पर लगा ताला
अस्पताल में पहले एकमात्र चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी अपने अनुभव से मरीजों को दवा दे रहे थे, लेकिन हाल ही में उनके रिटायर होने के बाद अस्पताल पर ताला जड़ दिया गया। अब फार्मासिस्ट केवल हफ्ते में तीन दिन सेवाएं देते हैं, जिससे हजारों ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
30 गांवों की 10 हजार आबादी बेहाल
करीब 30 गांवों की 10,000 से ज्यादा आबादी इस PHC पर निर्भर है, लेकिन मामूली दवा तक नहीं मिल पा रही। ग्रामीणों में भारी आक्रोश है और उन्होंने सरकार से जल्द डॉक्टर की नियुक्ति की मांग की है।
CMO ने दिया आश्वासन
मुख्य चिकित्साधिकारी (CMO) डॉ. एसएस नबियाल का कहना है कि वैकल्पिक व्यवस्था के तहत फार्मासिस्ट को तैनात किया गया है और डॉक्टर की नियुक्ति के प्रयास जारी हैं।