भारतीय सेना की आन-बान और शान देहरादून का भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) से इस बार एक नया इतिहास रचने जा रहा है 9 दिसंबर यानी कल होने वाली पासिंग आउट परेड में इस बार भारतीय कैडेट्स से ज्यादा विदेशी कैडेट्स के अधिकारी पास आउट होंगे। इस वर्ष पिछले 10 साल के दौरान सबसे कम भारतीय कैडेट्स पास आउट होंगे। वहीं, विदेशी कैडेट्स की संख्या में खासा इजाफा हुआ है। अकादमी के इतिहास में सबसे अधिक विदेशी कैडेट्स इस वर्ष पास आउट होने जा रहे हैं।
9 दिसंबर को सुबह परेड का आयोजन किया जाएगा इस दौरान शौर्य और पराक्रम की अनूठी मिसाल देखने के लिए मिलती है देश भक्ति का जज्बा लिए यह जवान अधिकारी बनते हैं। देहरादून का आईएमए अब तक देश को 59 हजार 932 अफसर दे चुका है, इसमें मित्र देश के जवान भी शामिल है। पिछले दस वर्षों के दौरान यह पहला मौका होगा, जब 400 से कम भारतीय कैडेट अकादमी से पास आउट होंगे। वहीं सबसे अधिक संख्या में विदेशी कैडेट्स भी इसी वर्ष पास आउट होंगे। इस वर्ष अकादमी से 363 भारतीय और 78 विदेशी कैडेट्स पास आउट होंगे।
स्थापना के बाद से अब तक भारतीय सैन्य अकादमी 56,932 युवा अफसर तैयार कर चुकी है। इसमें भारतीय के साथ ही मित्र राष्ट्रों के अफसर भी शामिल हैं। अकादमी में हर साल दो बार पासिंग आउट परेड आयोजित की जाती है। इसमें कोर्स पूरा करने वाले जेंटलमैन पास आउट होकर भारतीय सेना का हिस्सा बनते हैं। साथ ही मित्र राष्ट्रों के कैडेट्स भी अपनी-अपनी सेना में बतौर अफसर शामिल होते हैं।