इस्लामाबाद – पाकिस्तान में हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर मौलाना खालिद महमूद की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो जाने से आतंकवादियों में हड़कंप मच गया है। यह घटना लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर अब्दुल रहमान मक्की की मौत के बाद हुई है, जो इसी तरह के हालात में मरे थे।
मौलाना खालिद महमूद को हिजबुल मुजाहिदीन का विशेष कमांडर माना जाता था, जो आतंकियों की ट्रेनिंग और सीमा पार कराने की जिम्मेदारी निभाता था। वह पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के लोअर चावला मुजफ्फराबाद में रहता था, हालांकि वह मूल रूप से नीलम घाटी के झांझथ गांव का रहने वाला था।
भारत और पाकिस्तान के सीमावर्ती गांवों में अच्छे संबंध
खालिद महमूद के भारत और पाकिस्तान के सीमावर्ती गांवों के साथ अच्छे संबंध थे, जिससे वह आसानी से आतंकियों को भारत भेजने में सफल हो जाता था। सोशल मीडिया पर मौलाना महमूद और दूसरे कमांडर अब्दुल कादिर नदीम की फोटो भी वायरल हुई थी।
मौत के कारण पर सस्पेंस
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, खालिद महमूद पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के मुजफ्फराबाद में एक मस्जिद में अपने शुभचिंतकों के साथ था, जब वह अचानक जमीन पर गिर पड़ा और उसकी मौत हो गई। हिजबुल मुजाहिदीन ने आधिकारिक तौर पर बताया है कि उसकी मौत दिल का दौरा पड़ने के कारण हुई है।
आतंकियों में डर का माहौल
मौलाना खालिद महमूद की मौत के बाद आतंकवादी संगठनों में डर का माहौल बन गया है। इसी तरह लश्कर के कमांडर अब्दुल रहमान मक्की की भी दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी। आतंकवादी कमांडरों में इस बात पर चर्चा हो रही है कि किसी स्वस्थ व्यक्ति की अचानक मौत होने के पीछे जरूर कोई गहरी वजह है, जो भविष्य में सामने आ सकती है।
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