चमोली : उत्तराखंड के प्रसिद्ध तीर्थस्थल हेमकुंड साहिब की यात्रा की तैयारियां तेज़ी से चल रही हैं। हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी की टीम और सेना के जवान घांघरिया से आगे यात्रा मार्ग का निरीक्षण करने के लिए रवाना हुए थे। बुधवार को यह टीम गोविंदघाट लौट आई।
घांघरिया से हेमकुंड तक के आस्था पथ पर अटलाकोटी के पास लगभग 20 फीट ऊंचा हिमखंड फैला हुआ है। जल्द ही सेना के जवानों द्वारा बर्फ हटाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा, जिससे 25 मई को कपाट खुलने से पहले श्रद्धालुओं के लिए रास्ता साफ़ हो सके।
गुरुद्वारा गोविंदघाट के वरिष्ठ प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने बताया कि इस निरीक्षण दल में तीन सेना के जवानों के साथ गुरुद्वारा के सेवादार भी शामिल थे। आस्था पथ पर करीब छह किमी क्षेत्र में बर्फ जमी है।
चारधाम यात्रा 2025 की तैयारी भी जोरों पर
हेमकुंड साहिब यात्रा के साथ-साथ चारधाम यात्रा 2025 भी 30 अप्रैल से शुरू हो रही है। शुरुआती 15 दिनों में करीब 10 लाख तीर्थयात्रियों के आने की संभावना है। इस बार प्रदेश सरकार ने भीड़ नियंत्रण और यात्रियों की सुरक्षा के लिए विशेष रणनीति बनाई है।
जिस तिथि को पंजीकरण होगा, उसी दिन दर्शन की अनुमति दी जाएगी। इसके अतिरिक्त ऋषिकेश, हरिद्वार, विकासनगर, हर्बटपुर और नया गांव में ऑफलाइन पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध होगी।
प्रदेश सरकार ने 2 मई से 31 मई तक वीआईपी यात्राओं को हतोत्साहित करने का भी निर्णय लिया है। इस संबंध में उत्तराखंड के मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र भेजकर अनुरोध किया है।
मुख्य बातें
- हेमकुंड साहिब यात्रा 2025 की शुरुआत 25 मई से
- घांघरिया से आगे आस्था पथ पर बर्फ हटाने का कार्य जल्द शुरू
- चारधाम यात्रा में दर्शन के लिए उसी दिन का पंजीकरण अनिवार्य
- 30 अप्रैल से चारधाम यात्रा का शुभारंभ
- सरकार का उद्देश्य: सुगम, सुरक्षित और भीड़ रहित यात्रा