

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने शनिवार को राजभवन में “माउंटेन्स ऑफ लेबर, करन्ट्स ऑफ चेंज-वुमैंस लाइवलीहुड एंड इकोनॉमिक ट्रांजिशंस इन द हिमालयन रीजन एंड उत्तराखण्ड’’ पुस्तक का विमोचन किया।
पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में शामिल हुए राज्यपाल गुरमीत सिंह
भारतीय हिमालयी क्षेत्र में महिलाओं की आजीविका और आर्थिक परिवर्तन पर आधारित यह पुस्तक दून विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. सुरेखा डंगवाल, प्रो. राजेन्द्र पी. ममगाईं और श्रुति ढौंडियाल द्वारा संयुक्त रूप से लिखी गई है। राज्यपाल ने कहा कि महिलाओं का आर्थिक सशक्तीकरण ही विकास की वास्तविक आधारशिला है। विकसित भारत 2047 के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए यह अनिवार्य है कि महिलाएं सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन की अग्रदूत बनें।
900 परिवारों पर किए सर्वे पर आधारित है बुक
बता दें कि “वन यूनिवर्सिटी, वन रिसर्च” पर आधारित यह शोधकृति उत्तराखण्ड के छह जिलों के 900 परिवारों पर किए गए सर्वेक्षण पर आधारित है। अध्ययन में मात्रात्मक आंकड़ों के साथ-साथ साक्षात्कारों, समूह चर्चाओं और क्षेत्रीय अवलोकन से प्राप्त जानकारियों को भी सम्मिलित किया गया है।
राज्यपाल ने लेखकों की टीम को दी बधाई
पुस्तक के विमोचन अवसर पर राज्यपाल ने लेखकों और दून विश्वविद्यालय की शोध टीम को बधाई देते हुए कहा कि ये अध्ययन “वन यूनिवर्सिटी, वन रिसर्च” पहल की भावना को साकार करता है। जिसका उद्देश्य उत्तराखण्ड की स्थानीय आवश्यकताओं पर आधारित प्रभावी और व्यावहारिक शोध को प्रोत्साहित करना है। उन्होंने कहा कि यह पुस्तक न केवल महिला सशक्तीकरण को नई दिशा प्रदान करेगी, बल्कि नीति-निर्माण के क्षेत्र में भी उपयोगी साबित होगी।



