देहरादून – प्रदेश के जलाशयों में 20 जनवरी से दो टाइगर रिजर्व समेत छह वन प्रभागों में प्रवासीय पक्षियों की ई-बर्ड एप से गणना की जाएगी। अनुभवी बर्ड वॉचर से विभाग संपर्क करेगा और गणना में उनको भी शामिल किया जाएगा। पिछले साल हुई गणना में तराई केंद्रीय वन प्रभाग में 111 विदेशी प्रजातियां मिली थीं।
बांबे नेचुरल हिस्ट्री सोसायटी एवं वेटलैंड्स इंटरनेशनल साउथ एशिया की ओर से एशियन वाटर बर्ड सेंसस (पक्षी गणना) के तहत जल पक्षी और आर्द्रता भूमि की निगरानी के लिए जनगणना की जाती है। इस साल गणना के लिए उत्तराखंड जैव विविधता बोर्ड की समितियों को भी शामिल किया गया है।
जैव विविधता बोर्ड के निर्देश पर गणना की जाएगी। संबंधित क्षेत्र के अधिकारियों को अनुभवी बर्ड वॉचर से संपर्क करने के लिए कहा गया है।
2023 में 2000 पक्षी कम आए
पिछले साल हरिपुरा और बौर जलाशय में कुल 111 प्रकार की प्रजातियां मिली थीं। करीबन 4,000 प्रवासी पक्षियों की संख्या दर्ज की गई थी। 2022 में प्रवासी पक्षियों की संख्या लगभग 6000 थी।
तराई केंद्रीय में मुख्य रूप से पाए जाने वाले पक्षी
मालार्ड, नौर्दन सोवलर, व्हाइट टेल्ड लैपविंग, रेड क्रेस्टेड पोचार्ड, इंडियन स्पॉट बिल डक, अल्पाइन स्वीफ्ट, यूरेशियन कूट, ब्लैक हेडेड इबीस, टफ्ड डक, सीट्रीन वैगटेल आदि।