नैनीताल/हल्द्वानी – ऊर्जा निगम ने प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में पुराने बिजली मीटरों को बदलकर स्मार्ट मीटर लगाने की योजना को लागू कर दिया है। कुमाऊं क्षेत्र में कुल 6.55 लाख उपभोक्ताओं को नए स्मार्ट मीटर से जोड़ा जाएगा। इसके लिए निगम ने अडानी समूह की कंपनी से अनुबंध किया है, जिसके बाद कंपनी ने उपभोक्ताओं के स्तर पर सर्वे कार्य प्रारंभ कर दिया है।
पहले चरण में, नगर और ग्रामीण दोनों इलाकों में स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे, जबकि पर्वतीय क्षेत्रों में केवल नगर क्षेत्र के घरों और प्रतिष्ठानों में मीटर बदले जाएंगे। इस योजना के तहत, केंद्र सरकार की पुनर्निर्मित वितरण क्षेत्र योजना (आरडीएसएस) के तहत स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जाएंगे।
विभागीय अधिकारियों का कहना है
सर्किल प्रभारी हरीश तिवारी ने बताया कि पहले चरण में, ऊर्जा निगम के सभी विद्युत उपकेंद्रों को स्मार्ट मीटर के लिए विकसित किया जाएगा। सर्वे का काम पूरा हो चुका है, और हल्द्वानी क्षेत्र के कुछ उपकेंद्रों में नए स्मार्ट वितरण मीटर स्थापित किए गए हैं। इसके बाद, कुमाऊं के अन्य उपकेंद्रों में भी मीटर बदलने का काम चरणबद्ध तरीके से होगा।
बुधवार को, ऊर्जा निगम के कार्मिकों ने पहला स्मार्ट मीटर अधीक्षण अभियंता नवीन मिश्रा के घर में लगाया है। अधिकारियों के अनुसार, सभी उपभोक्ताओं के मीटर जल्द ही बदल दिए जाएंगे। कुमाऊं क्षेत्र में शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में 1.80 लाख मीटर बदले जाएंगे।
स्मार्ट मीटर के फायदे
- उपभोक्ता स्मार्ट मीटर के माध्यम से मोबाइल ऐप के जरिए बिजली का रिचार्ज कर सकेंगे और अपनी खपत पर नियंत्रण रख सकेंगे।
- गलत बिजली बिल की शिकायतों से निजात मिलेगी।
- स्मार्ट मीटर से बिजली चोरी पर रोक लगेगी, और लाइन फाल्ट में भी कमी आएगी।
- यह मीटर ऊर्जा निगम को रियल टाइम डाटा प्रदान करेंगे, जिससे बिजली की आपूर्ति को संतुलित करने और ब्लैक आउट की समस्या को कम करने में मदद मिलेगी।
#SmartMeter #ElectricityReforms #EnergyCorporation #Kumaon #PrepaidMeter #AdaniGroup #PowerSector #ElectricityInnovation #SustainableEnergy #MeterReplacement #RuralDevelopment