धनतेरस का पर्व हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान धन्वंतरि, माता लक्ष्मी और कुबेर देवता की पूजा की जाती है। धनतेरस के दिन खरीदारी करने का भी विशेष महत्व होता है। इस दिन सोना-चांदी खरीदा जाता है। लेकिन इसके अवाला भी कुछ चीजें हैं जिन्हें खरीदने से आपकी किस्मत खुल जाएगी और सालभर मां लक्ष्मी की कृपा आप पर बनी रहेगी।
कब है धनतेरस ? (when is dhanteras)
धनतेरस का पर्व 18 अक्टूबर को मनाया जा रहा है। इसी के साथ पांचदिवसीय दिवाली के त्यौहार की शुरूआत हो जाएगी। बात करें धनतेरस पर सोना-चांदी और अन्य सामान खरीदने के सबसे उत्तम महूर्त की तो इस बार तीन अच्छे मुहूर्त हैं।
18 अक्टूबर को पहला शुभ मुहूर्त सुबह 8 बजकर 50 मिनट से लेकर 10 बजकर 33 मिनट, दूसरा शुभ मुहूर्त सुबह 11 बजकर 43 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 28 मिनट तक जबकि तीसरा शुभ मुहूर्त शाम 7 बजकर 16 मिनट से रात 8 बजकर 20 मिनट तक है।
Dhanteras 2025 : धनतेरस पर क्या खरीदना है शुभ ?
धनतेरस पर सोना चांदी खरीदना सबसे शुभ माना जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार सोना और चांदी मां लक्ष्मी और कुबेर को प्रिय हैं। सोना वैभव और स्थायित्व का प्रतीक है जबकि चांदी शुद्धता और सौभाग्य का संदेश देती है। इसीलिए सोना और चांदी धनतेरस के दिन खरीदना शुभा माना जाता है।
तांबा, पीतल, चांदी और स्टील के बर्तन खरीदना है शुभ
सोने और चांदी के गहने और सिक्के के अलावा इस दिन तांबा, पीतल, चांदी और स्टील के बर्तन खरीदना भी शुभ होता है। धनतेरस पर बर्तन खरीदने की परंपरा भी है इसीलविए धनतेरस को धन्वंतरि त्रयोदशी भी कहा जाता है। इसे धन्वंतरि त्रयोदशी इस लिए कहा जाता है क्योंकि इस दिन भगवान धन्वंतरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। माना जाता है कि ये बर्तन स्वास्थ्य, दीर्घायु और पारिवारिक सुख के सूचक माने जाते हैं। इस दिन रसोई के लिए नई चीजें लाना संपन्नता का प्रतीक माना जाता है।
मिट्टी के दिये नाकारात्मक शक्तियां करते हैं दूर
धनतेरस से ही दिवाली की शुरूआत हो जाती है इसलिए इस दिन दिये खरीदना बेहद ही शुभ माना जाता है। पौराणिक मान्यता है कि धनतेरस के दिए दीप जलाने से अंधकार और नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं। इसके साथ ही यमराज से रक्षा होती है। इस दिन मिट्टी के दिए खरीदकर घर के मंदिर और प्रवेश द्वार पर जरूर जलाने चाहिए।
झाड़ू खरीदने से आप पर बरसेगी मां लक्ष्मी की कृपा
मान्यताओं के मुताबिक झाड़ू में मां लक्ष्मी का वास होता है। इसलिए धनतेरस को झाड़ू खरीदना शुभ माना जाता है। धार्मिक मान्यता है कि धनतेरस पर नया झाड़ू खरीदने से घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। इसके साथ ही घर में लक्ष्मी का आगमन सुगम बनता है।
धनिए के बीज खरीदना है शुभफलदायी
धनतेरस के दिन धनिया का विशेष महत्व होता है। दरअसल धनिया को धन का बीज भी कहा जाता है। इसलिए धनतेरस पर सूखा धनिया यानी कि धनिए के बीज खरीदना बेहद ही शुभफलदायी माना जाता है।
ऐसी मान्यताएं है कि धनिए के बीज घर में रखने व बोने से अन्न-समृद्धि और आर्थिक वृद्धि की कामना की जाती है। कई जगहों पर धनिये को पूजा में भी रखा जाता है। उसके बाद अगली सुबह उसे खेत में बो दिया जाता है इसे शुभफलदायी माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इससे अन्नपूर्णा और लक्ष्मी दोनों की कृपा बनी रहती है।