देहरादून: राजधानी देहरादून से एक चौंकाने वाला धोखाधड़ी का मामला सामने आया है, जहां एक महिला ने अपने पति और उसकी प्रेमिका के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई है। पति पर आरोप है कि उसने पत्नी के नाम के मकान को महिला मित्र के साथ मिलकर बैंक में बंधक रख, उस पर 20.70 लाख रुपये का लोन ले लिया, जिसकी भनक पत्नी को तब लगी जब बैंक से किश्त न जमा करने का नोटिस घर पहुंचा।
शिकायतकर्ता महिला मूल रूप से इस्लाम नगर, टोली मंगलौर निवासी है। उसने बताया कि उसका निकाह शकुंतला विहार (थाना क्लेमनटाउन क्षेत्र) के निवासी एक युवक से हुआ था। वर्ष 2019 में पति के पिता नसीम अहमद ने उसके नाम पर टर्नर रोड पर एक मकान खरीदा, जिसमें उसका पति और भाई गवाह थे। वर्ष 2023 में यह मकान खुशनुदा नामक महिला को बेच दिया गया, लेकिन इसी बीच महिला का अपने पति से मतभेद हो गया और वह पिता के घर रहने लगी।
सितंबर 2024 में महिला का बैग गुम हो गया था जिसमें उसका आधार कार्ड और बैनामा की कॉपी रखी थी। इसके कुछ महीने बाद 10 फरवरी 2025 को बैंक से किश्त जमा न होने का नोटिस आया, जिससे महिला हैरान रह गई।
बैंक में जाकर जानकारी लेने पर महिला को पता चला कि उसके नाम के मकान पर 20.70 लाख रुपये का लोन लिया गया है, जबकि उसने ऐसी कोई अनुमति नहीं दी थी। मामले की जांच करने पर सामने आया कि पति ने अपनी महिला मित्र (निवासी मुजफ्फरनगर) को पत्नी बनाकर बैंक में पेश किया और फर्जी हस्ताक्षर करके जून 2023 में लोन पास कराया।
थाना क्लेमनटाउन प्रभारी संदीप कुमार ने बताया कि महिला की शिकायत के आधार पर पति और उसकी महिला मित्र के खिलाफ IPC की धोखाधड़ी से जुड़ी धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने बताया कि पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है और आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।