देहरादून – उत्तराखंड सरकार ने भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड की पूर्व सचिव दमयंती रावत को सस्पेंड कर दिया है। उन पर बोर्ड में रहते हुए करोड़ों रुपये के वित्तीय घपले और अनियमितताओं में शामिल होने का आरोप है। शिक्षा सचिव रविनाथ रमन ने इस संबंध में आदेश जारी किए। 13 दिसम्बर को दमयंती रावत को चार्जशीट दी गई थी, जिसके बाद यह कड़ी कार्रवाई की गई है।
निलंबन अवधि के दौरान दमयंती रावत को टिहरी के मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय से संबद्ध किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि दमयंती रावत की नियुक्ति पूर्व श्रम मंत्री हरक सिंह रावत के कार्यकाल में हुई थी। हरक रावत के श्रम मंत्री रहते हुए ही दमयंती रावत को शिक्षा विभाग से प्रतिनियुक्ति पर इस महत्वपूर्ण पद पर नियुक्त किया गया था।
आरोपों की सूची
दमयंती रावत के सचिव बनने के बाद से ही बोर्ड में वित्तीय अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं। बोर्ड के 250 करोड़ रुपये से अधिक के खर्च पर सवाल उठे थे। इसके अलावा, साइकिल घोटाले का आरोप भी सामने आया था। सबसे बड़ा विवाद तब हुआ जब बोर्ड ने बिना ईएसआई के सीधे ब्रिज एंड रूफ को 20 करोड़ रुपये का बजट कोटद्वार मेडिकल कॉलेज के नाम पर जारी कर दिया था।
इन आरोपों के बाद, सरकार ने दमयंती रावत को सस्पेंड कर दिया है और मामले की जांच जारी है। सरकार का यह कदम एक कड़ा संदेश है कि किसी भी स्तर पर वित्तीय अनियमितताओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
#Uttarakhand #DamayantiRawat #Suspended #FinancialIrregularities #Corruption #GovernmentAction #Investigation #KotdwarMedicalCollege #BoardCorruption