देहरादून : देहरादून से साइबर ठगी का एक और मामला सामने आया है। भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) के रिटायर्ड डीजीएम को शेयर मार्केट में मोटा मुनाफा दिलाने का झांसा देकर ठगों ने 50 लाख रुपये से अधिक की रकम हड़प ली। पीड़ित की शिकायत पर साइबर क्राइम कंट्रोल पुलिस स्टेशन में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
BEL के रिटायर्ड डीजीएम साइबर से ठगी
पीड़ित अरुण कुमार, निवासी केदारपुरम, ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह बेंगलुरु स्थित रक्षा क्षेत्र की सार्वजनिक उपक्रम कंपनी भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) से डीजीएम पद से सेवानिवृत्त हैं। अक्टूबर महीने में ‘नेहा नोमूरा’ नाम की एक महिला ने व्हाट्सएप के माध्यम से उनसे संपर्क किया।
धीरे-धीरे बातचीत के दौरान महिला ने खुद को शेयर मार्केट एक्सपर्ट बताते हुए निवेश से जुड़े कई आकर्षक प्लान भेजे, जिससे अरुण कुमार उसके झांसे में आ गए।
सेबी रजिस्ट्रेशन का फर्जी भरोसा दिलाया
5 नवंबर को महिला ने नोमूरा फाइनेंशियल एडवाइजरी एंड सिक्योरिटीज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के नाम से सेबी का पंजीकरण पत्र भी भेजा। पत्र में कार्यालय का पता वर्ली, मुंबई दर्शाया गया था। इसके बाद एक लिंक भेजकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया गया, जिससे निवेश पूरी तरह वैध प्रतीत हुआ।
36 लेनदेन में जमा कराए गए करीब 53 लाख रुपये
ट्रेडिंग शुरू कराने के नाम पर पहले मात्र 5 हजार रुपये जमा करने को कहा गया, जिसे पीड़ित ने 5 नवंबर को ट्रांसफर कर दिया। इसके बाद 5 नवंबर से 4 दिसंबर के बीच कुल 36 लेनदेन किए गए, जिनमें अरुण कुमार से 52 लाख 97 हजार रुपये जमा करा लिए गए। लेकिन जब पीड़ित ने अपनी रकम निकालने की कोशिश की, तब ठगों का असली चेहरा सामने आ गया।
रकम निकालने के लिए मांगा गया अतिरिक्त शुल्क
4 दिसंबर को पैसे निकालने के अनुरोध पर साइबर ठगों ने पहले सेवा शुल्क जमा करने की शर्त रखी। वहीं, 8 दिसंबर को संपर्क करने पर महिला ने डेढ़ लाख रुपये और जमा करने को कहा। इसी दौरान अरुण कुमार को ठगी का अहसास हुआ और उन्होंने तुरंत साइबर पुलिस से संपर्क किया।
साइबर पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा, खातों की जांच जारी
साइबर एएसपी कुश मिश्रा ने बताया कि शेयर मार्केट ट्रेडिंग के नाम पर साइबर ठगी की शिकायत प्राप्त हुई है। पीड़ित की तहरीर के आधार पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि जिन बैंक खातों में धनराशि ट्रांसफर की गई है, उनकी गहन जांच की जा रही है और मामले से जुड़े सभी डिजिटल साक्ष्यों को खंगाला जा रहा है।
साइबर पुलिस ने आम जनता से अपील करते हुए कहा है कि
लोक-लुभावने निवेश ऑफर, फर्जी वेबसाइट, रकम दोगुनी करने के वादे और अनजान कॉल या मैसेज से दूर रहें। सोशल मीडिया पर अंजान लोगों से दोस्ती न करें और बिना सत्यापन किसी भी लिंक पर क्लिक न करें। इसके साथ ही यूट्यूब लाइक, टेलीग्राम निवेश स्कीम और फर्जी ऑनलाइन जॉब ऑफर से बचने की सलाह दी गई है।
निवेश स्कैम तेजी से बढ़ रहे, सावधानी ही बचाव
एएसपी कुश मिश्रा ने बताया कि इन्वेस्टमेंट स्कैम तेजी से बढ़ रहे हैं। ठग पहले छोटे फायदे दिखाकर भरोसा जीतते हैं और फिर बड़ी रकम निवेश करवाकर गायब हो जाते हैं। कम समय में अधिक मुनाफे के लालच में न आएं।
उन्होंने कहा कि किसी भी वित्तीय साइबर अपराध की स्थिति में तुरंत 1930 हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करें या नजदीकी साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराएं।




