नई दिल्ली: एनडीए के उपराष्ट्रपति पद के प्रत्याशी बनाए जाने के बाद, महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन शनिवार को दिल्ली दौरे पर पहुंचे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और समर्थन व आशीर्वाद प्राप्त किया। प्रधानमंत्री ने उन्हें इस नई जिम्मेदारी के लिए शुभकामनाएं दीं और उनकी लंबी सार्वजनिक सेवा का उल्लेख करते हुए कहा कि “उनका अनुभव राष्ट्र को समृद्ध करेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने आधिकारिक एक्स (पूर्व Twitter) हैंडल पर इस मुलाकात की तस्वीरें साझा कीं और लिखा:
“राधाकृष्णन जी से मुलाकात कर उन्हें एनडीए के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बनने पर अपनी शुभकामनाएं दीं। उनकी लंबी जनसेवा और विभिन्न क्षेत्रों का अनुभव हमारे राष्ट्र को समृद्ध करने में मदद करेगा। ईश्वर करे वे उसी समर्पण और दृढ़ संकल्प से देश की सेवा करते रहें, जो उन्होंने हमेशा दिखाया है।”
चार दशकों से अधिक का सार्वजनिक जीवन
तमिलनाडु के तिरुपुर में जन्मे सीपी राधाकृष्णन आरएसएस के स्वयंसेवक रहे हैं और 1974 से राजनीतिक जीवन में सक्रिय हैं। उनका राजनीतिक सफर जनसंघ से शुरू होकर भारतीय जनता पार्टी तक पहुंचा। वे दो बार कोयंबटूर से लोकसभा सांसद रह चुके हैं, और तमिलनाडु भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष से लेकर केरल भाजपा प्रभारी तक की ज़िम्मेदारियाँ संभाल चुके हैं।
हालिया संवैधानिक भूमिकाएं
2023 में झारखंड के राज्यपाल बने, जहां पदभार संभालते ही पहले चार महीने में सभी 24 जिलों का दौरा किया।
जुलाई 2024 में महाराष्ट्र के राज्यपाल के रूप में नियुक्त किए गए।
NDA ने किया नामांकन, विपक्ष का उम्मीदवार अब तक घोषित नहीं
शुक्रवार को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पीएम मोदी की उपस्थिति में हुई NDA बैठक में राधाकृष्णन के नाम की औपचारिक घोषणा की। अभी तक विपक्ष की ओर से किसी प्रत्याशी की घोषणा नहीं की गई है।
उपराष्ट्रपति पद के लिए मतदान 9 सितंबर को प्रस्तावित है।
राधाकृष्णन का राजनीतिक अनुभव और सामाजिक सरोकार उन्हें इस संवैधानिक पद के लिए एक सशक्त उम्मीदवार बनाते हैं। अब सबकी निगाहें 9 सितंबर को होने वाले चुनाव पर टिकी हैं।