देहरादून – सोशल मीडिया पर उत्तराखंड क्रांति दल के नेताओं की एक वीडियो जमकर वायरल हो रही है। वीडियो में पहाड़ी और मैदानी मूल के लोगों को उकसाने का प्रयास किया जा रहा है। इस वीडियो से सोशल मीडिया पर खूब हंगामा मचा हुआ है।
वीडियो को लेकर अधिवक्ता अमित तोमर ने देहरादून कोतवाली में उत्तराखंड क्रांति दल महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष के विरोध सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कराया है।
अधिवक्ता अमित तोमर की तहरीर के अनुसार संतोष भंडारी द्वारा अपनी वीडियो में पहाड़ी मूल के लोगों को घर में खुकरी रखना और उससे एक समाज के लोगों की गर्दन काटने के लिए उकसाया गया, तहरीर में आगे बताया गया कि संतोष भंडारी द्वारा पहाड़ी मूल के लोगों को उकसाने हुए एक समाज का बायकॉट करने का आह्वान किया भी किया गया। इसके साथ ही पहाड़ी मूल के लोगों को किसी भी उक्त समाज की दुकान से सामान ना खरीदने की चेतावनी दी गई। अमित तोमर की तहरीर के अनुरूप वायरल वीडियो में संतोष भंडारी द्वारा मैदानी समाज को कई बार गाली दी गई। जिससे पूरे मैदानी समाज में आक्रोश है। अमित तोमर ने पुलिस महानिदेशक से भी शिकायत करते हुए कहा है कि संतोष भंडारी के कृत्य राष्ट्रीय सुरक्षा कानून 1980 के दायरे में आते हैं इसे देखते हुए संतोष भंडारी के केस को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून में निरुद्ध किया जाय। उक्त प्रकरण में पुलिस ने तत्काल संज्ञान लेते हुए सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी है।