देहरादून : उत्तराखंड में होने वाले निकाय चुनावों को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने बागी नेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। कमेटी ने नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायत क्षेत्रों में पार्टी के खिलाफ बागी उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने वाले नेताओं को तत्काल प्रभाव से पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा के सोशल मीडिया सलाहकार अमरजीत सिंह ने जानकारी दी कि पार्टी के खिलाफ बागी उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने वालों में कई प्रमुख नेता शामिल हैं। इनमें रुड़की के पूर्व मेयर यशपाल राणा, रुद्रप्रयाग से संतोष रावत, ऊखीमठ से कुब्जा धर्मवाण, नगर पालिका बागेश्वर से कवि जोशी, कोटद्वार से महेन्द्र पाल सिंह रावत, ऋषिकेश नगर निगम से दिनेशचन्द मास्टर और महेन्द्र सिंह, चमोली के गौचर से सुनील पंवार, कर्णप्रयाग से गजपाल लाल सैनी, अनिल कुमार और अनीता देवी, गैरसैंण से पुष्कर सिंह रावत, पीपलकोटी से आरती नवानी, टिहरी के नगर पालिका चंबा से प्रीति पंवार, घनसाली से विनोद लाल शाह और नगर पालिका टिहरी से भगत सिह नेगी शामिल हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी एक अनुशासित संगठन है और किसी भी तरह की अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पार्टी ने पिथौरागढ़ विधायक मयूख महर के खिलाफ भी अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए केंद्रीय नेतृत्व से अनुरोध किया है। इसके अलावा, युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव ऋषेन्द्र महर को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित करने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष से संस्तुति की गई है।