देहरादून – मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरिद्वार बाईपास रोड स्थित कारगी ग्राण्ट में सतर्कता अधिष्ठान निदेशालय द्वारा आयोजित ‘सत्यनिष्ठा की संस्कृति से राष्ट्र की समृद्धि’ पर सतर्कता जागरूकता सप्ताह एवं प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने घोषणा की कि सतर्कता विभाग की कार्यप्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए सर्विलांस, तकनीकी एवं वित्तीय विशेषज्ञों की एक टीम गठित की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के अवसर पर कहा कि यह सप्ताह लोक प्रशासन को पारदर्शी और उत्तरदायी बनाने के लिए मनाया जाता है। उन्होंने उम्मीद जताई कि सभी पारदर्शिता के साथ कार्य करेंगे, ताकि सतर्कता जन-जागरूकता सप्ताह जनता को उनके अधिकारों के बारे में जागरुक कर सके।
उन्होंने जोर दिया कि सत्य, ईमानदारी, नैतिकता और पारदर्शिता के साथ कार्य करना आवश्यक है। मुख्यमंत्री ने सुझाव दिया कि सतर्कता अधिष्ठान में ऐसे अधिकारियों को शामिल किया जाए, जिनकी इस क्षेत्र में विशेषज्ञता हो।
धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प को सिद्ध करने की दिशा में तेजी से कार्य करने की बात कही। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टोलरेंस की नीति पर कार्य कर रही है, और भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों पर सख्त कार्रवाई की गई है।
निदेशक सतर्कता, वी. मुरूगेशन ने जानकारी दी कि 2022 में जारी टोल-फ्री नम्बर 1064 पर 7800 शिकायतें दर्ज की गईं, और पिछले तीन वर्षों में 66 ट्रैप किए गए हैं, जिसमें 75 लोगों पर कार्रवाई की गई है।
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