देहरादून — इस साल महाराजा रंजीत सिंह की बरसी (Maharaja Ranjit Singh Death Anniversary 2025) के अवसर पर पाकिस्तान के ऐतिहासिक गुरुद्वारों (Gurdwaras in Pakistan) की यात्रा पर दून से कोई जत्था नहीं जाएगा। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले (Pahalgam Terror Attack) के बाद सुरक्षा कारणों से यह निर्णय लिया गया है।
हर साल की तरह इस बार भी 21 जून को देहरादून से श्रद्धालुओं का जत्था पाकिस्तान रवाना होने वाला था। इस यात्रा की तैयारी भी शुरू कर दी गई थी और करीब 50 श्रद्धालुओं ने अपने पासपोर्ट आयोजकों को जमा करा दिए थे। लेकिन, घटना के बाद जत्थेदार रंजीत सिंह और आयोजन समिति ने यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए यात्रा रद्द कर दी है।
पिछले 15 वर्षों से देहरादून से श्रद्धालुओं का जत्था महाराजा रंजीत सिंह की बरसी के अवसर पर पाकिस्तान स्थित प्रमुख गुरुद्वारों — गुरुद्वारा पंजा साहिब, करतारपुर साहिब, डेरा साहिब (लाहौर), सच्चा सौदा और रोड़ी साहिब — के दर्शन के लिए जाता रहा है। यह यात्रा सिख समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक अवसर होती है।
हालांकि, इस वर्ष जत्था नहीं जाएगा, लेकिन इससे पहले 19 जून को देहरादून से 72 तीर्थयात्रियों का एक दल पाकिस्तान की तीर्थ यात्रा पर गया था। इसके अलावा हर साल बैसाखी और अन्य प्रमुख धार्मिक अवसरों पर भी तीर्थयात्रियों के जत्थे पाकिस्तान जाते हैं।
यात्रा रद्द होने के मुख्य कारण:
- पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सुरक्षा को लेकर चिंता
- यात्रियों और परिवारों की ओर से यात्रा पर विरोध
- आयोजकों द्वारा यात्रियों के पासपोर्ट वापस किए गए
श्रद्धालुओं को निराशा जरूर हुई है, लेकिन सभी ने सुरक्षा को प्राथमिकता देने के फैसले का समर्थन किया है।