विज़न 2020 न्यूज: मुख्यमंत्री हरीश रावत के प्रति पूर्व विधायक भीमलाल आर्य की नाराजगी दिनों-दिन बढ़ती ही जा रही है। राज्य अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास परिषद के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे चुके आर्य ने अब मुख्यमंत्री आवास के दरवाजे पर धरने पर बैठने की चेतावनी भी दी है। उन्होंने मुख्यमंत्री को चालबाज और अपना मतलब निकलने के बाद उनकी तपस्या व बलिदान को भूल जाने का भी आरोप लगाया। तो वही सीएम हरीश रावत ने भाजपा के पूर्व विधायक भीमलाल आर्य से किसी तरह का वादा करने की बात से इनकार किया है। सीएम ने कहा कि फ्लोर टेस्ट के दौरान उन्होंने कांग्रेस को सहयोग किया। इसके बदले वे घनसाली को ओबीसी क्षेत्र घोषित करने का दबाव बना रहे थे। उनके क्षेत्र के विकास में कोई कमी नहीं रखी गई। गुरुवार को बीजापुर हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए सीएम ने कहा कि विधायक अपने क्षेत्र के विकास के लिए चिंतित हों, यह तो अच्छी बात है। भीमलाल के संबंध में पूछने पर उन्होंने कहा कि भीमलाल की भूख ज्यादा बढ़ गई थी। हर रोज नया प्रस्ताव सामने प्रस्तुत किया जाता था।