हरिद्वार – आज कार्तिक पूर्णिमा का स्नान पर्व है, और इस खास मौके पर हरिद्वार में गंगा स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है। दूर-दराज से आए श्रद्धालु गंगा में स्नान कर पुण्य की प्राप्ति और मोक्ष की कामना कर रहे हैं। कार्तिक पूर्णिमा का गंगा स्नान विशेष धार्मिक महत्व रखता है और इस दिन गंगा में स्नान करने से असीम पुण्य की प्राप्ति होती है।
धार्मिक महत्व और देव दीपावली
कार्तिक पूर्णिमा का पर्व धार्मिक दृष्टि से अत्यधिक महत्वपूर्ण है और इसे देव दीपावली के रूप में भी मनाया जाता है। मान्यता है कि कार्तिक मास में गंगा, यमुनाजी, सरस्वती सहित सभी पवित्र नदियों में स्नान करने से समस्त पाप नष्ट हो जाते हैं। इस दिन पवित्र कुंभ क्षेत्र और अन्य धार्मिक स्थलों पर भी विशेष स्नान आयोजित किया जाता है।
श्रद्धालुओं का विश्वास है कि इस दिन गंगा स्नान और दीपदान करने से वे देवताओं के समकक्ष स्थान प्राप्त करते हैं। विशेष रूप से, हरिद्वार, प्रयागराज जैसे तीर्थ स्थलों पर इस दिन स्नान करना अत्यधिक लाभकारी माना जाता है।
गंगा स्नान के साथ दीपदान का महत्व
कार्तिक पूर्णिमा के दिन केवल गंगा स्नान का ही नहीं, बल्कि दीपदान का भी विशेष महत्व है। कहा जाता है कि जो व्यक्ति इस दिन गंगा में स्नान करके दीपदान करता है, वह देवताओं के साथ एकाकार हो जाता है और उसका जीवन सुख, समृद्धि, यश और सौंदर्य से भर जाता है।
आज के दिन भगवान विष्णु का जन्मदिन भी माना जाता है, और इस दिन गंगा स्नान करने, तुलसी पत्र और चांदी पात्र दान करने से असीम पुण्य प्राप्त होता है।
सुरक्षा के इंतजाम
आज के धार्मिक आयोजन के मद्देनजर हरिद्वार में पुलिस और सुरक्षा बलों द्वारा सुरक्षा के विशेष प्रबंध किए गए हैं। श्रद्धालुओं की भारी संख्या को देखते हुए, प्रशासन ने गंगा घाटों पर व्यवस्था और सुरक्षा की पुख्ता इंतजाम किए हैं ताकि कोई अप्रिय घटना न घटे।
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