उत्तरकाशी : गंगोत्री हाईवे पर डबराणी के पास हिमस्खलन के कारण आवाजाही में गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई है। बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन (BRO) की मशीनरी हिमस्खलन से बर्फ हटाने के लिए काम कर रही है, लेकिन फिलहाल हाईवे बंद होने के कारण हर्षिल और गंगोत्री का जनपद मुख्यालय से संपर्क कटा हुआ है। इससे क्षेत्र के लोगों को कई प्रकार की कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
सोनगाड क्षेत्र में 11 केवी की विद्युत लाइन क्षतिग्रस्त होने से हर्षिल घाटी में बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। साथ ही, दूरसंचार सेवा भी बंद होने के कारण हर्षिल क्षेत्र के लोग अपने रिश्तेदारों से संपर्क करने में असमर्थ हैं। इस प्रकार के कठिन हालातों से क्षेत्र की जनता काफी परेशान है।
गंगोत्री हाईवे पर डबराणी से हर्षिल के बीच जगह-जगह हिमस्खलन के कारण आवाजाही में काफी समय लग सकता है। इस सड़क के बंद होने से क्षेत्र की सामान्य दिनचर्या अस्त-व्यस्त हो गई है।
भारी बर्फबारी से जनजीवन प्रभावित
गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में बीती रात से लगातार हो रही भारी बर्फबारी के कारण जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। गंगोत्री धाम में लगभग चार फीट तक बर्फ गिर चुकी है, जबकि यमुनोत्री धाम में करीब दो फीट तक बर्फबारी हुई है। इसके अलावा, गंगनानी, सोनगाड, सुक्की टॉप और हर्षिल घाटी में भी अच्छी बर्फबारी हुई है।
गंगोत्री हाईवे सुक्की और झाला में भूस्खलन और बर्फबारी के कारण शुक्रवार सुबह से ही बंद है। पुलिस ने भटवाड़ी बैरियर से आगे वाहनों की आवाजाही को बंद कर दिया है और उन्हें वापस भेजा जा रहा है। इस बीच, गंगनानी से आगे विद्युत आपूर्ति भी ठप हो गई है, जिससे क्षेत्र के आठ गांवों और गंगोत्री धाम में बिजली की समस्या पैदा हो गई है।
ग्रामीणों को हो रही कठिनाइयां
विद्युत आपूर्ति ठप होने और बर्फबारी के कारण दूरसंचार सेवाएं भी बाधित हैं, जिससे ग्रामीणों को अपनों से संपर्क करने में मुश्किल हो रही है। यह स्थिति ग्रामीणों के लिए काफी कठिनाईपूर्ण हो गई है, क्योंकि उन्हें आवश्यक सूचनाएं प्राप्त करने और आपातकालीन सेवाओं का लाभ लेने में परेशानी हो रही है।