इस कार्यक्रम की स्क्रीनिंग राजभवन देहरादून में भी हुई। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने कार्यक्रम में नेशनल एक्शन फॉर मैकेनाइज्ड सैनिटेशन इकोसिस्टम (नमस्ते) के तहत सफाई मित्रों (सीवर और सेप्टिक टैंक श्रमिकों) को आयुष्मान स्वास्थ्य कार्ड और पीपीई किट वितरित किए। इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि वंचित और अंत्योदय वर्ग को मुख्यधारा से जोड़ने के उद्देश्य से आयोजित यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री की दूरदर्शिता का परिणाम है। विकसित भारत का लक्ष्य पूर्ण करने के लिए योजनाओं का लाभ दूरस्थ एवं अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति को मिले यह हमारा संकल्प होना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज केन्द्र एवं राज्य सरकार की अनेक कल्याणकारी योजनाएं चल रही हैं, उन योजनाओं को वंचित और पात्र लाभार्थियों तक पहुंचाना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि सरकार आज विकसित भारत संकल्प कार्यक्रम के तहत हर योजना को आखिरी लाभार्थी तक पहुंचाकर उसे लाभ पहुंचाने की कोशिश कर रही है जिससे उन्हें मुख्यधारा में लाया जा सके।
इस अवसर पर उन्होंने उपस्थित सफाई मित्रों के परिश्रम की सराहना करते हुए कहा कि ये सभी श्रमिक अग्रिम पंक्ति में योद्धा की भांति कार्य करते हैं और अपनी मेहनत के बल पर समाज में एक नया बदलाव ला रहे हैं। राज्यपाल ने कहा कि हाशिए पर खड़े लोगों का सामाजिक सशक्तिकरण किसी भी समाज के लिए सर्वोच्च प्राथमिकताओं में होना चाहिए। कमजोर और वंचित वर्ग को उनका पूरा हक मिले इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में इनको सशक्त करने की दिशा में कई कदम उठाए गए हैं। पीएम-सूरज और नमस्ते इकोसिस्टम भी समाज के कमजोर वर्ग के लोगों के सशक्तिकरण के लिए सराहनीय पहल है। यह योजनाएं स्पष्ट रूप से दलितों एवं वंचितों के उत्थान के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। उन्होंने उपस्थित लोगों से सभी योजनाओं का लाभ लेने की अपील की।