नई दिल्ली – बीती रात देशभर में दिवाली का पर्व मनाया गया। हालांकि, दिल्ली में पटाखों की आतिशबाजी ने वायु गुणवत्ता को और खराब कर दिया है। राजधानी में कई इलाकों में वायु प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्थिति में पहुंच गया है।
राजधानी में धुंध और प्रदूषण
सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार, आज दिल्ली का औसत एक्यूआई (AQI) 359 दर्ज किया गया, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है। पिछले 24 घंटे में कुछ क्षेत्रों में एक्यूआई 317 तक पहुंच गया है। दिल्ली में धुंध की परत और जहरीले धुएं के बादल छा गए हैं, जिससे स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है।
पिछले वर्ष की तुलना
पिछले वर्ष दिवाली पर आसमान साफ था और एक्यूआई 218 दर्ज किया गया था। इस साल, हालांकि, स्थिति में काफी गिरावट आई है। मौसमी परिस्थितियों, पराली जलाने और पटाखों के धुएं ने मिलकर प्रदूषण का स्तर बढ़ा दिया है।
प्रदूषण के प्रमुख क्षेत्र
पूर्वी और पश्चिमी दिल्ली में प्रतिबंधों का उल्लंघन तेजी से किया गया। जौनपुर, पंजाबी बाग और बुराड़ी जैसे इलाकों में पटाखों से आसमान जगमगा उठा। विशेष रूप से आनंद विहार में एक्यूआई 459, सोनिया विहार में 467 और बवाना में 436 दर्ज किया गया।
सरकारी प्रतिबंध और कार्रवाई
दिल्ली सरकार ने लगातार पांचवें वर्ष भी पटाखों के निर्माण, बिक्री और उपयोग पर प्रतिबंध लगाया है। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने 377 प्रवर्तन टीमों का गठन किया था। हालांकि, नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
#Delhi #AirPollution #AQI #Firecracker #Ban #CPCB #Data #Environment #HealthImpact #Smog #Pollution #Climate #DiwaliCelebrations #AirQualityIndex #Toxic #AirQuality