हरिद्वार: धर्मनगरी हरिद्वार में बुद्ध पूर्णिमा के पावन अवसर पर आस्था का अद्भुत संगम देखने को मिला। आज सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ हर की पैड़ी पहुंची और पवित्र गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। देशभर से पहुंचे श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान कर विधिवत पूजन-अर्चन किया।
पौराणिक मान्यताओं से जुड़ा है यह पर्व
मान्यता है कि बुद्ध पूर्णिमा के दिन ही भगवान बुद्ध का जन्म हुआ था, इसी दिन उन्हें ज्ञान की प्राप्ति हुई थी और आज ही के दिन उन्होंने महापरिनिर्वाण प्राप्त किया था। यही कारण है कि यह दिन हिंदू और बौद्ध दोनों धर्मों के लिए अत्यंत विशेष महत्व रखता है। साथ ही आज के दिन भगवान विष्णु ने नृसिंह अवतार भी लिया था और श्रीकृष्ण ने अपने मित्र सुदामा को विनायक व्रत का महत्व बताया था। हरिद्वार पुलिस प्रशासन द्वारा स्नान पर्व के दौरान सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए। हर की पैड़ी और अन्य घाटों पर पुलिस बल की तैनाती की गई, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
पंडित मनोज त्रिपाठी ने बताया महत्व
पंडित मनोज त्रिपाठी ने कहा कि आज के दिन भगवान विष्णु के नवम अवतार बुद्ध का जन्म हुआ था। बुद्ध पूर्णिमा पर गंगा स्नान और दान-पुण्य का विशेष महत्व है। इस दिन किए गए पुण्य कार्यों से समस्त दोषों से मुक्ति मिलती है और जीवन में सुख-शांति का आगमन होता है। गंगा स्नान करने आए श्रद्धालुओं का कहना है कि बुद्ध पूर्णिमा का दिन विशेष पुण्य फलदायी होता है। गंगा में स्नान करने से न केवल सारे पाप धुल जाते हैं बल्कि मन को भी शांति मिलती है