जम्मू-कश्मीर में हालात को लेकर कई तरह की खबरें सामने आ रही हैं। इस पर बुधवार को जम्मू-कश्मीर पुलिस के ADG लॉ एंड ऑर्डर मुनीर खान ने कहा कि घाटी को लेकर फर्जी वीडियो वायरल किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो वीडियो वायरल किया जा रहा है वह 2010 का है। बुधवार को कश्मीर के हालात पर मुनीर खान के अलावा प्रिंसिपल सेक्रेटरी रोहित कंसल भी इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल हुए। वायरल वीडियो पर उन्होंने कहा कि घाटी में वर्ष 2010 और 2016 के पुराने वीडियो को अब का बताकर वायरल किया जा रहा है। ये सब एजेंडे का हिस्सा है लेकिन हम इस पर कार्रवाई कर रहे हैं।
मुनीर खान ने कहा कि अभी हमारा पूरा ध्यान 15 अगस्त पर है, घाटी में स्वतंत्रता दिवस का जश्न शांति से मनाया जा सके इसके लिए प्रशासन पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि अभी जम्मू से सभी तरह की पाबंदियों को हटा दिया गया है, वहां पर स्कूल-कॉलेज खुल गए हैं। वहीं जम्मू-कश्मीर के मसले पर उन्होंने कहा कि घाटी में कुछ जगहों पर अभी भी पाबंदी है, लेकिन हालात पूरी तरह से काबू में हैं। धारा 144 को हटाने को लेकर मुनीर खान ने कहा कि इस पर फैसला जिलों के DM को लेना है। वह अपने क्षेत्र के हालात के अनुसार इस पर फैसला ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि कश्मीर में इस दौरान कुछ पैलेट गन की घटनाएं हुई हैं, जिसमें लोग घायल भी हुए हैं।
Muneer Khan: There have been localised incidents in various parts of Srinagar & other districts, which have been contained.There have been no major injuries. There have been a few pellet injuries, they were treated. Our biggest endeavor is that no civil casualty should take place pic.twitter.com/KIAEs0gigG
— ANI (@ANI) August 14, 2019
ADG लॉ एंड ऑर्डर मुनीर खान ने कहा कि अभी तक कई तरह की गिरफ्तारियां हुई हैं, कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया गया है। कुछ लोगों पर FIR भी दर्ज कराई गई है। साथ ही साथ लगातार लोगों के बयान भी दर्ज किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जब इस तरह की कानून व्यवस्था का मसला होता है, तो विपक्ष और पड़ोसी मुल्क की तरफ से प्रोपेगेंडा चलाया जा रहा है। गौरतलब है कि बीते कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिसमें दावा किया जा रहा है कि धारा 144 लागू होने के बावजूद हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी कश्मीर की सड़कों पर उतरे और अनुच्छेद 370 हटाए जाने का विरोध किया।