देहरादून- 12 बजे जैसे ही घड़ी की सूई एक दूसरे में सिमटी, वैसे ही चारों ओर मंजर खुशनुमा हो गया। हैप्पी न्यू ईयर की गूंज के साथ सभी ने साल 2018 को विदाई देते हुए लोगों ने एक दूसरे को गले लगाकर नववर्ष की शुभकामनाएं दीं। आसमान में खूबसूरत आतिशबाजी का नजारा देखने को मिला। देर रात तक बाजारों में रौनक रही। नए साल के स्वागत के लिए शहर में जगह-जगह पार्टी के खास इंतजाम किए गए। शाम सात बजते ही चारों ओर पार्टियों का दौर शुरू हो गया। सुरीले गीते, रंग-बिरंगी लाइट्स और आकर्षक सजावट के बीच लोगों ने केक काटे और एक-दूसरे को नए साल की बधाई दी। बच्चों से लेकर युवाओं और बुजुर्गों तक सभी के मन में नए साल की तरंग दिख रही थी। देहरादून और पहाड़ों की रानी में नए साल का स्वागत करने बड़ी संख्या में देश-विदेश के पर्यटक पहुंचे। पहाड़ों की रानी मसूरी देर रात तक नए साल के जश्न में डूबी रही। बढ़ी संख्या में पर्यटकों की आमद से मालरोड देर रात तक गुलजार रहा। वहीं देहरादून में भी देर रात तक क्लब और डिस्को में लोग थिरकते रहे। सोमवार को थर्टी फर्स्ट सेलिब्रेट करने के लिए मसूरी को दुल्हन की तरह सजाया गया। इस पल को पर्यटकों के लिए यादगार बनाने के लिए होटलों में विशेष प्रबंध किए गए। वेलकम ड्रिंक, गाला डिनर, बॉनफायर, लाइव डीजे, सिंगिंग, डांसिंग और एक्टिंग प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गईं। पर्यटकों ने लोक गीतों बेडू पाको बारा मासा.., चेता की चेत्वाली… पर देर रात तक जमकर नृत्य किया। वहीं, घड़ी की सुइयां 12 पर पहुंचते ही जोरदार आतिशबाजी शुरू हुई और नए साल का आगाज करते हुए लोगों ने एक दूसरे को शुभकामनाएं दीं। मसूरी में नए साल के जश्न के लिए उमड़ी भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन भी मुस्तैद रहा। इस वर्ष वाहनों का अधिक दबाव नहीं होने से यातायात परिवर्तित नहीं किया गया। वहीं, हुड़दंगियों और असामाजिक तत्वों से निपटने के लिए पुलिस पूरी तरह मुस्तैद रही।