
देहरादून। प्लास्टिक से बढ़ रहे प्रदूषण की रोकथाम के लिए ‘मैड’ संस्था द्वारा ‘घर वापसी’ नाम से एक नया अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें संस्था के कार्यकर्ता 9 नवम्बर तक शहर से प्लास्टिक रैपर एकत्र कर उन्हे राज्य स्थापना दिवस पर सम्बन्धित कम्पनियों को वापस भेजेगें। मैड संस्था का मानना है कि कम्पनियों को अपने उत्पाद के कारण बढ़ रहे प्लास्टिक अपशिष्ट के लिए वापस संग्रह प्रणाली स्थापित करने की जरूरत है।
प्रैस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में संस्था के करन कपूर ने कहा कि प्लास्टिक से हमारे पर्यावरण को नुकसान पहुंचने की बात तो सब लोग जानते है लेकिन फिर भी हमारी रोजमर्रा के सामानों में प्लास्टिक ही मुख्य भूमिका निभाता है। इन वस्तुओं को बनाने वाली कम्पनियो का कहना है कि प्लास्टिक का विकल्प इस्तेमाल करने से उत्पाद के लागत में वृद्धि होगी।
उन्होने कहा कि प्लास्टिक बोतल पाउच व पैकेजिंग के संग्रहण का प्रमुख दायित्व उन कम्पनियों का ही होता है जो इन उत्पादों को बाजार में पेश करते है और अपने उत्पादों के प्लास्टिक अपशिष्ट को वापस संग्रह करने की प्रणाली स्थापित करने की जरूरत है।




