
देहरादून। उत्तरा पंत का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। राजनेताओं तथा सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इसे मुख्यमंत्री को घेरने का माध्यम बना लिया है। लेकिन उत्तरा पंत की बहन विजया पंत मानती हैं कि इस मामले पर मुख्यमंत्री को बड़ा दिल दिखाना चाहिए था और इस मामले पर उचित कार्यवाही करनी चाहिए। 28 जून को मुख्यमंत्री के जनता दर्शन में उत्तरा पंत के साथ हुई नोंकझोंक के मुद्दे पर उत्तरा पंत की बहन विजया पंत का कहना है कि इस घटना को अब एक सप्ताह से अधिक का समय बीत चुका है उन्हें उम्मीद थी कि मुख्यमंत्री को अपनी गलती का एहसास होगा और वह बड़ा दिल दिखाते हुए इस मामले में उचित कार्रवाई करेंगे। लेकिन अब तक ऐसा नहीं होने से उन्हें दुख हुआ है।
उन्होंने कहा कि एक मुख्यमंत्री जनता के लिए भगवान की तरह ही होता है जनता दरबार में उन्होंने जिस तरह के व्यवहार कर उदाहरण पेश किया वह महिलाओं के सम्मान के दृष्टिकोण से ठीक नहीं कहा जा सकता है। उन्होंने कहा कि मै इंतजार कर रही थी कि मुख्यमंत्री समय के साथ इस मामले में न्यायोचित निर्णय लेंगे। लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया उनकी उम्मीद भी धूमिल होती गई। उन्होंने कहाकि अगर सचमुच उन्हें अपनी गलती का एहसास होता तो वह निश्चित ही महिलाओं और प्रदेश की जनता की नजर में उनका सम्मान और बढ़ गया होता।
उन्होंने कहा कि वह पहले भी मुख्यमंत्री से सार्वजनिक कार्यक्रमों में मिल चुकी हैं वह उनके और उनके व्यवहार के बारे में अच्छी तरह से जानती हैं उस दिन जो कुछ भी हुआ वह महज एक इस्तफाक था। लेकिन अगर कहीं बडे़ पद पर बैठे व्यक्ति से भी कोई भूलचूक होती है तो ऐसा नहीं कि उसे सुधारा नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री निजी तौर पर एक अच्छे व्यक्ति हैं और मै अभी भी यह उम्मीद करती हूं कि वह इस मामले में बड़ा दिल दिखाएंगे। और न्यायोचित कार्रवाई करेंगे।




