बड़े बेआबरू होकर…
देहरादून। नैनीताल के पूर्व जिलाधिकारी दीपेंद्र चौधरी का स्थानान्तरण सचिवालय और नौकरशाही में चर्चा का विषय बना हुआ है। एक ओर विधानसभा सत्र चल रहा था, दूसरी और कौन सी ऐसी आफत आ गई थी कि आनन-फानन को डीएम को चलता करना पड़ा।
कई जिलों में जिलाधिकारी रह चुके शासन में अपर सचिव शहरी विकास विनोद कुमार सुमन को नैनीताल का डीएम बनाना पड़ा। मीडिया से लेकर राजनीतिक दलों में यह चर्चा का विषय बना हुआ है कि कौन सा ऐसा कारण बना जिसके कारण दीपेंद्र चौधरी को तुरंत चार्ज देने का आदेश दिया गया। दीपेंद्र चौधरी का स्थानान्तरण प्रशासनिक आधार पर किया गया। प्रशासनिक आधार पर स्थानन्तरण प्राय: तभी किया जाता है जब कोई विशेष घटना-दुर्घटना या विशेष मामला हो गया हो, लेकिन ऐसी कोई खास बात सामने नहीं आयी । आनन-फानन में दीपेंद्र चौधरी का स्थानान्तरण कर दिया गया इस बात की सचिवालय, मीडिया जगत तथा सत्ता के गलियारों में खासी चर्चा है। इतना ही नहीं जिलाधिकारी की चर्चा का प्रकरण मूलरूप धारण करता उससे पहले ही लोगों के फोन अधिकारियों तक पहुंचने लगे और अफवाहों का बाजार गर्म होने लगा। कुछ पूर्व जिलाधिकारी के समर्थन में और कुछ जानकारी लेने के लिए सम्पर्क करने लगे लेकिन सरकार ने जितनी आनन-फानन में यह स्थानान्तरण किया और शनिवार के दिन ही आदेश हो गया। अगले दिन अवकाश था, इसके कारण लोगों में और आशंकाएं जन्म लेने लगी।
माना जा रहा है कि विधानसभा सत्र के दौरान ऐसे आदेश नहीं ंकिए जाते लेकिन एकाएक आदेश होना वह भी एक जिलाधिकारी का, चर्चाओं का विषय बना हुआ है। प्रशासनिक आधार पर स्थानान्तरण होने के कारण यह मामला और गंभीर बना हुआ है, कारण क्या रहा होगा यह तो पूर्व जिलाधिकारी दीपेंद्र चौधरी जानते होंगे या शासन में वरिष्ठ अधिकारी अथवा मुख्यमंत्री। लेकिन इस स्थानान्तरण के कारण चर्चाओं -अफवाहों का बाजार गर्म है। लोगों को किसी गहरे षडयंत्र अथवा किसी बड़े मामले की आशंका की संभावना दिखाई दे रही है। मामला क्या होगा यह तो बाद में पता चलेगा पर डीएम नैनीताल के स्थानान्तरण पर चर्चाओं का बाजार गर्म है। हालांकि वरिष्ठ आईएएस अधिकारी आरके सुधांशु इन दिनों लगभग खाली जैसे है और जल्द ही बड़ा प्रशासनिक फेरबदल होना है, इसके बावजूद अकेला स्थानान्तरण किया जाना वह भी आनन-फानन में खासी चर्चा में है। वहीं इस स्थानान्तरण पर आरोप-प्रत्यरोप का दौर भी प्रारंभ हो गया जिसके बढ़ने की संभावना है।