देहरादून : क्या आप जानते हैं कि नवरात्र में व्रत रखने के लिए कुछ नियमों का पालन करना बेहद जरूरी होता है। नवरात्र शुरू होने से पहले आप इन नियमों को जान लीजिए ताकि इन्हें अपनाकर आप भी कोई गलती ना करें और ले सकें मां भगवती की पूजा का संपूर्ण फल…
- शुद्धता और पवित्रता का ध्यान रखें: नवरात्र में शुद्धता का ख्याल रखना बेहद जरूरी होता है। पूरे नौ दिन पवित्रता और सात्विकता बनाए रखते हुए देवी की पूजा अर्चना करनी चाहिए।
- आलस्य और यौन संबंध से बचें : विष्णु पुराण की माने तो नवरात्र के दिनों में शारीरिक संबंध बनाना वर्जित माना गया है। इस दौरान दिन में सोने और आलस्य करने से भी बचना चाहिए।
- रात्रि पूजा का महत्व: नवरात्र में रात्रि पूजा का अपने आप में काफी महत्व होता है। रात्रि में देवी की पूजा अधिक फलदायी मानी जाती है।
- ध्यान रहे भिक्षक खाली हाथ न जाएँ : वैसे तो हमेशा ही अपने द्वार पर आए भिक्षक को खाली हाथ नहीं जाने देना चाहिए। मगर नवरात्र में इस बात का विशेष ख्याल रखना चाहिए कि आपके द्वार पर आए गरीब जरूरतमंद को भोजन कराकर और दक्षिणा देकर ही भेजें।
- माता-पिता का सम्मान जरुर करें : शास्त्रों की माने तो हमेशा ही अपने माता-पिता और बुजुर्गों का सम्मान करना चाहिए। नवरात्र के दिनों में ध्यान रहे कि भूलकर भी आपके द्वारा किसी का अपमान न हो। इसलिए ध्यान रहे कि घर के बड़े-बुजुर्गों से ऊंची आवाज में बात न करें और किसी भी प्रकार की बहस में न पड़ें।