मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की ईमानदारी के कायल हुए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, जानिए क्या हैं पूरा मामला|

 मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के साथ पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने हाल ही में हुई मुलाकात में कुछ ऐसा कर दिखाया, जो कि सभी के लिए किसी हैरानी वाली बात से कम नहीं था। इस यादगार मुलाकात में हरीश रावत ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के किए गये सराहनीय कार्य और उनकी निर्णय क्षमता की तारीफ करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत में उन्हें एक कुशल नायक की छवि नज़र आती हैं| राजनीति के दंगल में अपने जीवन का अधिकांश समय दे चुके पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि वह मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के द्वारा उत्तराखंड राज्य के हित में लिए गये सभी निर्णयों की सराहना करते हैं और साथ ही उन्हें इस कार्य में मिली सफलता के लिए हरीश रावत ने उन्हें ढेरों बधाईयां भी  दी|

हलांकि राजनितिक पार्टी के सदस्य उनके इस बयान का राजनितिक निहितार्थ भी निकाल रहे हैं| लेकिन इस बात को भी नहीं नकारा जा सकता कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने पहली बार किसी प्रदेश के मुख्यमंत्री के द्वारा किए गये कार्यों की तारीफ की हैं| लेकिन अगर सही अर्थों में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की इस बात पर गौर किया जाए तो मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की करी गयी सराहना सौ फीसदी सही हैं क्योंकि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के भ्रष्टाचार पर जीरो टोलेरेंस निति का असर प्रदेश भर में दिखाई दे रहा हैं| सूबे में अब हर विभाग में देखा जाये तो भ्रष्टाचार में भारी कमी देखने को मिली हैं और इस बीच उन अधिकारीयों को जो कि प्रदेश की व्यवस्था को अपने भ्रष्ट कार्यों की वजह से बिगाड़ रहे थे, उन्हें या तो प्रदेश को छोड़ कर जाना पड़ा या फिर उन्हें अपने पद से ही हटा दिया गया|

  • भ्रष्टाचार पर जीरो टोलेरेंस निति का प्रदेश भर में असर|
  • व्यवस्था को घुन की तरह चाट रहे अधिकारियों पर भी कसी नकेल|
  • सधे हुए कदम और विकास की दिशा की ओर गंतव्य और लक्ष्य नज़र आता देख राज्यवासी निश्चिंत|

साथ ही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रदेश में विकास कार्यों के अंतर्गत उन क्षेत्रों पर भी ध्यान दिया हैं, जो कि आजादी के 70 साल बाद भी अब तक विकास की धुप से अछूते थे| मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उन गाँवों को विकास की इस दौड़ में अब बराबरी का हिस्सेदार बनाया हैं और इस पहल का ही परिणाम हैं कि चमोली जिले के सबसे दूरस्थ गाँव घेस और हिमानी जैसे इलाकों को डिजिटल गाँव के रूप में विकसित किया हैं|

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत हालाँकि इन सभी कार्यों का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह को देते हैं| उनका ये मनना हैं कि वह तो केवल इन कार्यों को संभालने वाले कार्यकर्ता की तरह हैं, जिनका काम विकास से परिपूर्ण विचारों को मूर्त रूप देना हैं और वो इस कार्य को ही आगे बड़ा रहे हैं| उन्होंने कहा केदारनाथ का कायाकल्प प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की इच्छा अनुसार किया जा रहा हैं और इस बार आगामी ग्रीष्म काल में बाबा केदार के दर्शन और भव्य रूप से हो सकेंगे और इसके लिए अभी वह घाटों का निर्माण कार्य कड़ाके की ठण्ड के बावजूद भी किया जा रहा हैं और इस बार आने वाले समय में इसके परिणाम साफतौर पर देखने को मिलेंगे| साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के द्वारा मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की करी गयी प्रशंसा की बात की जाए तो कहा जा सकता हैं ये सराहना एक हौसलाअफज़ाई की तरह हैं जो कि एक सकारात्मकता का प्रतीक हैं|

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