बड़ी खबर : देहरादून पुलिस की कार्यप्रणाली एक बार फिर सवालों के घेरे में है. दरअसल 2 लाख का ईनामी बदमाश हरसिमरन उर्फ शिम्मा देहरादून की पॉश एरिया में छुपा हुआ था, लेकिन पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लग सकी. इसकी जानकारी दून पुलिस को तब हुई जब पंजाब पुलिस ने कैंट पुलिस से बदमाश को पकड़ने के लिए मदद मांगी. पंजाब पुलिस ने देहरादून के कैंट क्षेत्र में बड़े आपरेशन के बाद शनिवार शाम दो लाख रुपये के इनामी हरसिमरन दीप सिंह उर्फ सिम्मा को तीन साथियों के साथ गिरफ्तार कर लिया।
शनिवार की शाम पंजाब और उत्तराखंड पुलिस को सूचना मिली कि सिम्मी देहरादून के राजेंद्र नगर इलाके में एक घर में मौजूद है। पुलिस को इनपुट मिले थे कि उसके साथ कुछ और बदमाश भी घर में मौजूद हैं। सटीक मुखबिरी के आधार पर पंजाब और उत्तराखंड पुलिस की हथियारबंद ज्वाइंट टीम ने पूरे घर को घेर लिया। पुलिस ने सिम्मी को सरेंडर के लिए कहा लेकिन सिम्मी ने पुलिस पर फायरिंग शुरु कर दी। आपरेशन के दौरान पंजाब पुलिस की तरफ से चार राउंड फायरिंग हुई, जिससे पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। हालांकि पुलिस फायरिंग की बात से इंकार कर रही हैं। इनके पास से वरना कार के अलावा एक रिवाल्वर और दो पिस्टल बरामद की है। सिम्मा यहां कई माह से छिपा हुआ था।
हरसिमरन ने पंजाब के फरीदकोट में कुछ महीनों पहले चावल व्यवसाई की दिन दहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी थी. इसी मामले में पंजाब पुलिस ने दून पुलिस की मदद से हरसिमरन सहित 4 बदमाशों को दून की पॉश कॉलोनी राजेंद्र नगर से गिरफ्तार किया है.
पंजाब पुलिस के जवानों ने दो लाख के इनामी हर सिमरन दीप और उसके साथियों की गिरफ्तारी के आपरेशन को अंजाम देने के लिए जिस तरह की घेराबंदी की, उससे इलाके में संदिग्ध आतंकियों के छिप होने की अफवाह फैल गई। देर रात तक मीडिया के दफ्तरों में यह जानने की कोशिश की जाती रही कि कितने आतंकी पकड़े गए हैं। हालांकि पुलिस ने बाद में उसे अफवाह करार दिया था।