सरकारी सिस्टम ने ली कारोबारी प्रकाश पाण्डेय की जान!

 

बड़ी खबर : बीजेपी मुख्यालय में जनता दरबार में जहर खाने वाले हल्द्वानी के ट्रांस्पोर्टर प्रकाश पांडे की मैक्स हॉस्पिटल में मौत हो गई है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रकाश पांडे की मौत के बाद मुख्यमंत्री त्रिेवेंद्र रावत ने गहरा दुख जताते हुए कहा कि सरकार ने उसे बचाने की पूरी कोशिश की। दून सीएमओ का का कहना है कि मैक्स हॉस्पिटल में ही प्रकाश पांडे का पोस्टमार्टम किया जाएगा…

फ़ाइल् फोटो……

गौरतलब है की ट्रांस्पोर्टर प्रकाश पांडे ने बीजेपी मुख्यालय में आयोजित जनता दरबार में मंत्री सुबोध उनियाल के सामने जहर खाकर बीजेपी सरकार पर हमला बोला था, फरियादी का कहना था कि उसको नोटबंदी और जीएसटी से बहुत नुकसान हुआ है जिसके चलते वह बैंक के कर्ज में डूबा हुआ है लेकिन सरकार पर कोई असर नहीं पड़ रहा है जनता कर्ज में डूब रही है इसीलिए वह अपनी दरख्वास्त रखने के लिए BJP के जनता दरबार में आया है, लेकिन यहां पर भी उसे कोई ठोस आश्वासन नहीं मिल रहा है लिहाजा फरियादी द्वारा जहर खा लिया गया और फरियादी को मैक्स हॉस्पिटल में भर्ती करवा दिया गया था. जंहा उसकी उपचार के दोरान मौत हो गई है.

लोगों का मानना है कि कमीशनखोरी के चक्कर में कई ऐसे विभाग है जो व्यापारियों का भुगतान रोक देते हैं और समय पर पैसे नही देते, जिसका ख़मियाज़ा व्यापारियों को उठाना पड़ता है और इन विभागों की वजह से ही प्रकाश पाण्डेय जैसे लोगो को गलत कदम उठाने पर मजबूर होना पड़ता है. सरकार को ऐसे विभागों के प्रति सख्त कानून बनाने चाहिए. उत्तराखंड में कई ऐसे विभाग है जहाँ सालो से भुगतान नही किया गया. व्यापारियों के पैसो पर अधिकारी कुंडली मारे  बैठे हैं.  ऐसे विभागों का विज़न 2020 जल्द पर्दाफाश कर उत्तराखंड के मुखिया त्रिवेंद्र सिंह रावत तक पहुचाएगा.  आखिर क्यों ये विभाग मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की छवि को खराब करना चाहते है, इसके पीछे मंशा क्या है.

व्यापारी के जहर खाने के मुद्दे को हवा देकर विपक्ष सरकार की कार्य-प्रणाली पर सवाल उठा रहा था। लेकिन उसकी मौत के बाद विपक्ष को सरकार को घेरने का एक और मौका मिल गया है, जब सरकार बैक-फुट पर नजर आ रही है।

 

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