कुलदीप राणा , रूद्रप्रयाग : रुद्रप्रयाग के जाखधार में दिब्यांग सम्मेलन का आयोजन किया गया, सम्मेलन में जहां दिब्यांगों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें सहायक उपकरण बांटे गये, वहीं दिब्यांगों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने हर किसी का मनमोह लिया। करुणा संस्था उत्तराखण्ड के अधिकांश जिलों में दिब्यांगों को आत्मनिर्भर बनाने का कार्य कर रही है। तो जिले के करीब तीन सौ दिब्यांगों को उनके हुनर के आधार पर उन्हें रोजगार से जोडने का कार्य किया जा रहा है। दिब्यांग सम्मेलन का शुभारंभ जिलाधिकारी मंगेश धिल्डियाल ने किया। उन्होने कहा कि सरकार के स्तर पर भी दिब्यांगजनों को आत्म निर्भर बनाने की दिशा में प्रयाश किये जा रहे हैं। उन्होने संस्था की भी तारीफ की कि जिले में जिस तरह से दिब्यांगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जो कार्य किये जा रहे हैं वह स्वागत योग्य हैं। वहीं करुणा संस्था के डायरेक्टर फादर पायस ने कहा कि उनका उदृदेश्य दिब्यांगों को दूसरे पर निर्भर करने के वजाय उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है और जिले में करीब 300 दिब्यांगों को संस्था द्वारा उनके हुनर के आधार पर स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया जा रहा है।