अध्यात्म बच्चों के ये नाम रखने से वह पड़ सकते है मुसीबत में , जानिए!

एक बच्चे के जन्म के बाद उसके नामकरण की प्रक्रिया काफी अहम किरदार निभाती है. एक नाम के बिना इस संसार में कोई भी प्राणी नहीं जी सकता. क्यूंकि, हर इंसान को जीने के लिए एक पहचान जरुरी है. और ये पहचान उसको उसका नाम ही दिलाता है. जब एक बच्चा नो महीने तक माँ की कोख में रहता है, तभी से उसके माँ बाप उसके आने वाले नाम के बारे में सोचने लग जाते हैं. लडको और लड़कियों दोनों के अलग अलग नाम होते हैं.

 सुग्रीव: कहने में सुग्रीव भगवान राम का सबसे अच्छा भक्त था. लेकिन राज पथ के लालच में आकर उसने अपने ही भाई को मार डाला था.

विभीषन: विभीषन, रावण का भाई था और उसी ने रावण की मौत का रहस्य भगवान राम को बताया था. इसलिए विभीषन को “घर का बेदी लंका ढाए” कहावत से भी जाना जाता है.

 द्रोपदी:  भले ही द्रोपदी महाभारत के अनुसार एक राजकुमारी थी. परन्तु उसने पांच पांड्वो के साथ शादी कर ली थी. जिसके चलते एक बाप कभी भी अपनी बेटी का नाम द्रोपदी नहीं रखना चाहता.

कैकेयी: कैकेयी एक राजघराने से सम्बन्ध रखती थी. लेकिन, फिर भी मामूली नौकरानी की बातों में आकर उसने अपने ही परिवार के सदस्यों में फर्क करना शुरू कर दिया था. इसलिए लोगों को कैकेयी नाम भी पसंद नहीं आता.

अश्वत्थामा:  अशवत्थामा एक बेहद बहादुर और निडर योद्धा था. लेकिन फिर भी उसने अपने पूरे जीवन काल में बुरे काम ही किये जिसके चलते भगवान कृष्ण ने उसको दर्द और दुःख सहने का श्राप दे दिया था.

 गांधारी:  गांधारी बेहद अच्छी स्त्री थी. जिसमे बहुत सारे गुण भी थे. लेकिन शादी के बाद उसको दुखों के सिवा कुछ भी नहीं मिला और उसके सभी पुत्र भी मर गये.

 दुर्योधन: दुर्योधन सबसे बलवान और शक्तिशाली योद्धा था. लेकिन, फिर भी उसने लालच में आकर अपने पूरे परिवार का विनाश कर डाला जिसके चलते माँ बाप इस नाम को अपनी संतान के लिए शुभ नहीं मानते.

 मंदोदरी: मंदोदरी स्वभाव में काफी शांत और दयालु थी. लेकिन, रावण जैसे दुष्ट की पत्नी थी.

 

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