
यह तो हम सभी जानते और मसनते हैं कि मंदिर में बैठने से मन शांत हो जाता है और ऐसा लगता है मानो हमें एक नई उर्जा मिल गई हो और सकारात्मक सोच भी मिलती है। मंदिर का सही दिशा छेत्र में होना बहुत जरुरी है, वास्तु के दिशा के अनुसार घर के ईशान कौन में मंदिर स्थापित करना चाहिए, मंदिर की दिशा के साथ साथ मंदिर में रखी जाने वाली प्रतिमाओं और मूर्तियों का भी आपके जीवन में गहरा सम्बन्ध है ।
माना जाता है कि जिस घर में भगवान का वास नहीं होता वहां नकारात्मक ऊर्जा होती है। लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार कुछ ऐसे देवी-देवताओं की मूर्तयिां भी हैं जिन्हें घर के मंदरि में नहीं रखना चाहिए। ऐसी मान्यता है कि इनके घर में होने पर घर से सुख समृद्धि चली जाती है।
कभी भी मंदिर में भगवान की ऐसी प्रतिमा नहीं रखनी चाहिए। जिसमें वे युद्ध या किसी का विनाश करते दिखाई दे रहे हो। ऐसी तस्वीरों से नकारात्मक सोच आती है, भगवान की प्रतिमा घर के मंदिर में इस प्रकार रखनी चाहिए कि उनकी पीठ दिखाई न दें। भगवान की पीठ का दिखाई देना अशुभ माना जाता है। मंदिर में भगवान की ऐसी प्रतिमा रखनी चाहिए जिनका मुंह सौम्य और हाथ आशीर्वाद की मुद्रा हो।
कैसे रखें माँ लक्ष्मी की मूर्ति
मंदिर में माता लक्ष्मी की मूर्ति विराजमान स्वरुप में ही रखनी चाहिए, लक्ष्मी की खड़ी मुद्रा रखने से घर में कभी भी धन नहीं टिकता इसलिए घर में स्थिर लक्ष्मी की प्राप्ति के लिए घर में माँ लक्ष्मी की बैठी हुई मुद्रा वाली ही मूर्ति रखें।
ताजमहल की फोटो
ताजमहल बहुत ही सुंदर होने के साथ-साथ प्रेम का भी प्रतीक माना जाता है, इसीके साथ मुमताज की कब्रगाह भी है। इसलिए, ताजमहल की तस्वीर या उसका प्रतीक घर में रखना नेगेटिविटी फैलाता है। माना जाता है कि ऐसी चीजें घर पर रखी होने से हमारे जीवन पर बहुत गलत असर पड़ सकता है।
डूबती हुई नाव या डूबता जहाज
डूबती नाव अगर घर में रखी हो तो अपने साथ आपका सौभाग्य भी डुबा देती है। घर में रखी डूबती नाव की तस्वीर या कोई शोपीस सीधा आपके घर के रिश्तों पर बुरा असर डालता है।
महाभारत की तस्वीर
पूजनीय होने पर भी इस ग्रंथ को घर में रखना अशुभ माना जाता है, क्योंकि महाभारत पारिवारिक झगड़े और क्लेश की कहानी है। इस ग्रंथ को घर में रखने से घर में तनाव और लड़ाई-झगड़े की स्थिति बनी रहती है। इसलिए इस ग्रंथ को घर में नहीं रखना चाहिए।