ब्रेकिंग: सरकार की लाख कोशिशों के बावजूद भी अधिकारी सरकार की साख पर बट्टा लगा रहे है, इसका ताजा उदहारण चोमली जिले में डीएम का तानाशाही रवैया उस समय देखने को मिला जब ग्रामीण टीचरों की मांग लेकर डीएम ऑफिस आए लेकिन डीएम साहब ने ग्रामीणों से मिलने की जेहमत नहीं उठाई आपको बतादे की सेकेडो की संख्या में बूरा इंटर कालेज में टीचरों की मांग को लेकर बुरा गाँव की महिलाये और पुरुष जिलाधिकारी कार्यालय में जलूस लेकर आये थे ,लेकिन जिलाधिकारी चमोली आशीष जोशी ने आन्दोलनकरियो से मिलने की जहमत तक नही उठाई|
यंहा तक की जिलाधिकारी ने आंदोलनकारियो के शिष्टमंडल से भी मिलने को मना कर दिया| कई घंटे बीत जाने के बाद भी जब जिलाधिकारी अपने कार्लाया से बहार नहीं आये तो भूख और प्यास से बेहाल ग्रामीण जबरन जिलाधिकारी कार्यालय में घुसने का प्रयास करने लगे लेकिन जिलाधिकारी ने अपने कार्यलय के बहार पुलिस फ़ोर्स तैनात करवा दी ,और ग्रामीणों की समस्या न सुनकर अपने बंगले में निकल गए |
जिलाधिकारी के तानाशाही बर्ताव से नाराज होकर सेकेडो की संख्या ग्रामीणों ने जिलाधिकारी कार्यालय के बहार पर ही डेरा जमा लिया ,यही नहीं ग्रामीणों ने खाना भी जिलाधिकारी कार्यालय के बहार पर ही चुल्हा जलाकर बनाया ,पूरी रात भर ग्रामीण बारिश में भीगकर शिक्षको की मांग पर अड़े रहे| अधिकारियों का यह तरीका आम जनता के बीच प्रदेश सरकार की छवि को धूमिल कर रहा है|