
इस कार्यशाला में प्रमुख सचिव, सूचना प्रौद्योगिकी उमाकान्त पंवार, ,आईटी सलाहकार मुख्यमंत्री डा नरेन्द्र सिंह ,अपर सचिव सूचना प्रौद्योगिकी अरुणेन्द्र सिंह चौहान, भारत सरकार से आये कम्यूटर एमरजेंसी रिस्पोंस टीम के प्रतिनिधि, एसएसपी देहरादून,एसएसपी एसटीएफ, सूचना प्रौद्योगिकी टीम मुख्यमंत्री, यूपीसीएल,पीडब्लूडी,एसबीआई,डीएमएमसी,यूटीयू,यूपीईएस,यूएसईआरसी,एसटीपीआई, यूपीसीएल एवं अन्य विभागों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
कार्यशाला के अन्तर्गत श्रीमती सविता उतरेजा,प्रतिनिधि सर्टइन द्वारा भारत सरकार की योजनाओं एवं उनकी पृष्ठभूमि के बारे में बताया गया जिस पर प्रमुख सचिव, सूचना प्रौद्योगिकी उत्तराखण्ड शासन द्वारा राज्य में कार्यवाही करने का अश्वासन दिया गया। श्री आशुतोष बहुगुणा द्वारा आम जनता द्वारा की गयी साईबर सिक्योरिटी से जुड़ी छोटी-छोटी गलतियों एवं उनके समाधान पर प्रकाश डाला गया तथा साईबर क्राइम से समस्याओं पर प्रश्नोत्तर सम्पन्न हुये।
प्रमुख सचिव उमाकांत पवार ने ITDA निदेशक को इस पहल की बधाई देते हुए बताया की ऐसी कार्यशाला भविष्य में सचिवालय एवं विभाग स्तर पर भी आयोजित की जानी चाहिए। श्री पंवार ने विस्तृत तौर पर जताया कि जिस तरीके से हमारे दैनिक जीवन में सूचना प्रौद्योगिकी का विस्तारीकरण होता जा रहा है उस परिप्रेक्ष्य में आम आदमी की जागरुकता बढ़ाने की आवश्यकता है ताकि जनता की साइबर अपराध से बचने के परिप्रेक्ष्य में उन्नयन हो सके।
एसएसपी stf ने ATM स्किमिंग की विस्तृत जानकारी दी और हैकर द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली तकनीक बतायी। इस के अलावा STF और पुलिस के joint ऑपरेशन की तारीफ़ करते हुए बताया की किस तरह से ऑपरेशन मुक़ाम तक पहुँचाया गया।
श्री अमित सिन्हा , निदेशक ITDA ने समस्त वक्ताओं एवं प्रतिभागियों को धन्यवाद करते हुए यह अपेक्षा जताई कि भविष्य में सूचना प्रौद्योगिकी विभाग समस्त विभागों एवं पुलिस के सहयोग के साथ साइबर सुरक्षा की कार्यनीति सृजित करेगा जो समस्त प्रदेश वासियों को साइबर क्षेत्र में अग्रेषित करेगा ।