त्रिवेंद्र सिंह रावत के नेतृत्व में भाजपा सरकार बनने पर सालों से एक ही, खासकर मैदानी स्थान पर जमे डॉक्टरों को अब सुविधाजनक तैनाती का मोह छोड़ने के बारे में नीति तकरीबन साफ कर दी थी।
हाल ही में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पर्वतीय क्षेत्रों में डॉक्टरों की तैनाती किए जाने के संकेत दिए थे और अब लंबे समय से एक ही स्थान पर जमे 243 डॉक्टरों को इधर से उधर किया गया है।
सूची में अधिकतर डॉक्टरों को पर्वतीय क्षेत्रों में तैनात किया गया है। प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार के लिए सरकार ने पहली बार डॉक्टरों के बंपर तबादले किए हैं।
पर्वतीय व मैदानी, दोनों क्षेत्रों में सालों से एक ही स्थान पर तैनात डॉक्टरों की तबादला सूची पर गुरुवार को मुख्यमंत्री ने मुहर लगा दी। इनमें 170 डॉक्टर्स को पर्वतीय क्षेत्रो भेजा गया है।
अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने बताया कि पर्वतीय क्षेत्रों में इस वक्त तैनात कुल डॉक्टरों में से 93 अतिरिक्त को पहाड़ में भेजा गया है। जिला चिकित्सालयों में सर्जन, एनेस्थिस्ट, महिला रोग विशेषज्ञ व हड्डी रोग विशेषज्ञ व फिजीशियन तैनात किए गए हैं। बेस चिकित्सालय, संयुक्त चिकित्सालय में भी इसी तरह पूर्ति की गई है।
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