
द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर और चतुर्थ केदार भगवान रुद्रनाथ गुरुवार को विधि-विधान पूर्वक उच्च हिमालय में स्थित अपने-अपने धाम में विराजमान हो गए। कपाटोद्घाटन पर द्वितीय केदार में करीब 300 और चतुर्थ केदार में 2500 से अधिक भक्तों ने भगवान शिव के अलग-अलग रूपों के दर्शन किए।