विभिन्न धर्मों से संबंधित पांच सुप्रीम कोर्ट के जजों के अनूठे संयोजन ने गुरुवार से तीन तलाक की संवैधानिक वैधता पर अंतिम बहस की सुनवाई शुरू कर दी है ।
इस संवेदनशील मुद्दे के लिए, लीड याचिका का सही नाम “क्वेस्ट फॉर इक्विविटी बनाम जमीयत उलामा-ए-हिंद” है। और इस मामले की सुनवाई पांच अलग-अलग समुदायों के पांच न्यायाधीश सीजीआई जे एस खेहरा (सिख) और जस्टिस कुरियन जोसेफ (ईसाई), आर एफ नरीमन (पारसी), यू यू ललित (हिंदू) और अब्दुल नज़र (मुस्लिम) करेंगे ।